सर्वे को सीरियसली ले लिया खेसारी लाल ने-‘कहा 62 प्रतिशत लोग मुझे सीएम बनाना चाहते हैं’
सिटी पोस्ट लाइवः सवाल अश्लीलता पर पूछा जाए, सवाल गानों पर उठे विवाद पर पूछा जाए और जवाब कुछ और मिले यह उन सवालों का हश्र है जो खेसारी लाल यादव से पूछे जाते हैं। उनकी आदत है सवाल कुछ और जवाब कुछ और। दरअसल उनके एक गाने पर इन दिनों खूब विवाद है। शराबबंदी वाले बिहार में वे गाने के जरिए बोल रहे हैं कि-‘भले दारू बंद है बिहार में लेकिन रिस्क उठाएंगे, ब्लैक में दारू लाएंगे भले छपरा में पकड़ाएंगे’। इस बयान पर विवाद बढ़ा तो खेसारी लाल ने सफाई देनी चाही लेकिन स्टारडम का नशा ऐसा है कि अहसास हीं नहीं क्या गा दिया है, क्या बोल रहे हैं। खेसारी लाल ने पहले तो इस गाने को जायज ठहरा दिया और कुर्तक गढ़ दिया कि सरकार को कानून व्यवस्था सुधारनी चाहिए, लोग देखते हैं सुनते हैं इसलिए गाता हूं साथ हीं एक तथाकथित सर्वे को सीरियसली भी ले लिया है।
खेसारी लाल ने कहा कि किसी ने सर्वे किया था जिसमें 62 प्रतिशत लोग मुझे मुख्यमंत्री के रूप में देखना चाहते थे। अगर खेसारी लाल ने इस तथाकथित सर्वे को सीरियसली नहीं लिया होता तो वे इस सर्वे का जिक्र नहीं करते क्योंकि उनसे यह सवाल पूछा हीं नहीं गया कि बिहार के मुख्यमंत्री के रूप में लोग किसे देखना चाहते हैं फिर भी जवाब यही है कि 62 प्रतिशत लोग मुझे मुख्यमंत्री बनाना चाहते हैं। प्रतिक्रिया गाने और उससे उपजे विवाद पर मांगी जा रही है और जवाब कुछ दिया रहा है।
आपको बता दें कि खेसारी लाल यादव पहले भी अपने बड़बोलेपन की वजह से विवादों में रहे हैं और अब तो सीधा मुख्यमंत्री बनने की बात कह दी है तो विवाद तय है।अब खेसारी लाल यादव को कौन समझाए कि सीएम ऐसे सर्वे से नहीं बनाये जाते बल्कि उसके लिए एक तय प्रक्रिया है। लोकतंत्र में चुनाव होते हैं, जरूरी संख्याबल राजनीतिक दल को यह अधिकार देता है कि वो अपनी पार्टी के विधायक दल के नेता को सीएम बनाए। और विधायक दल का नेता तो विधायक चुनते हैं ऐसे सर्वे नहीं।
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