सेना की कुर्बानी का श्रेय लेने वाले राजनीतिक दलों से सावधान रहना चाहिए : कन्हैया
सिटी पोस्ट लाइव : पुलवामा में आतंकी हमले के बाद भारत की ओर से किये गए एयर स्ट्राइक और अभिनंदन को पाकिस्तान से रिहा कराने की जद्दो-जहद के बीच राजनीतिक दलों की ओर से लगातार बयान सामने आ रही है. बता दें इस बार सीपीआई के नेता और बेगूसराय से लोकसभा चुनाव में भावी प्रत्याशी कन्हैया कुमार ने बिना नाम लिए केंद्र की मोदी सरकार पर हमला बोला है. कन्हैया ने कहा कि सेना की मेहनत और कुर्बानी का श्रेय लेने वाले राजनीतिक दलों से जनता को सावधान रहना चाहिए.
कन्हैया ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा है कि सीमा पर युद्ध जैसे हालात उत्पन्न हुए हैं, संकट की इस घड़ी में पूरा देश एकजुट है और देश को अपने बहादुर जवानों पर गर्व है. ऐसे समय में देश के सभी नागरिकों को देश के सुरक्षा बलों का मनोबल बढ़ाना चाहिए. पाकिस्तान को बहुत कड़े शब्दों में भारत से यह सन्देश जाना चाहिए कि वो अगर हमारे जवानों के ऊपर हमला करने वाले किसी भी आतंकवादी संगठन से प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से जुड़ा हुआ है तो यह उसकी जिम्मेदारी है कि इस संबंध में वो दुनिया को अवगत करवाएं और यह सुनिश्चित करें कि पाकिस्तान की ज़मीन का इस्तमाल भारत के खिलाफ ना हो.
इस सम्बन्ध में विश्वास बहाली के लिए यह जरूरी है कि पाकिस्तान बिना शर्त भारतीय वायुसेना के बहादुर पायलट अभिनन्दन जी को अविलम्ब रिहा करे. उन्होंने कहा कि भारत हमेशा से अंतर्राष्ट्रीय संबंधों के मामलों को लेकर गंभीर रहा है। साथ ही हमेशा से गुटनिरपेक्षता के आंदोलन का समर्थक भी रहा है. लेकिन अफसोस जनक बात यह है कि आज इस गंभीर समय में भी अपने चुनावी लाभ के लिए कुछ राजनैतिक दल इसे जनता के बीच गलत भावना से प्रस्तुत करने की कोशिश कर रहे हैं.
सभी राजनीतिक दलों को इस बात का ख्याल रखना चाहिए कि ये वक़्त राजनीतिक टीका टिप्पणी का नहीं बल्कि एकजुटता के साथ भारत के संवैधानिक मूल्यों की रक्षा करते हुए अपनी अंतर्राष्ट्रीय नीतियों को मजबूती से लागू करने का है. सेना की मेहनत और कुर्बानी का श्रेय लेने वाले राजनीतिक दलों से जनता को सावधान रहना चाहिए. मै देश के लोगों को बधाई देना चाहता हूँ कि उन्होंने एक स्वर में इस घटना का पुरजोर विरोध किया है और इस कठिन समय में एकजुट रहते हुए न सिर्फ संयम का परिचय दिया है बल्कि भारत की बुनियादी पहचान और विश्वशांति की पहल को भी कायम रखा है.
बेगूसराय से सुमित कुमार की रिपोर्ट
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