किसे बचाने के लिए सरकार सब संस्थाओं की लताड़ बेशर्मी से चुपचाप सुन रही है : तेजस्वी
सिटी पोस्ट लाइव : बिहार के मुजफ्फरपुर बालिका गृह महा-रेप कांड के बाद वहां से मोकामा रिमांड होम में भेजी गईं लड़कियाँ 12 घंटे के अन्दर सही सलामत वरामद हो गई हैं. लेकिन अब भी एक लड़की गायब है. पश्चिम बंगाल के दीनाजपुर स्थित उसके घर में भी वह नहीं मिली है. बताया जा रहा है कि मुजफ्फरपुर बालिका गृह यौन उत्पीड़न कांड की ये लड़की अहम गवाह है. इसने ही बताया था कि शेल्टर होम में बड़े अधिकारी और राजनेता आया करते थे. इस मामले को लेकर विपक्ष नीतीश सरकार पर हमलावर है.
मुज़फ़्फ़रपुर बलात्कार कांड की पीड़ित और गवाह लड़कियाँ भागी नहीं थी जैसा मैंने कहा था उन्हें एक साज़िश के तहत भगाने की पटकथा लिखी गयी है ताकि सत्ता शीर्ष पर बैठे सफ़ेदपोशों को बचाया जा सके। कौन है वो बड़ा नेता और अधिकारी जो लड़कियों के साथ शोषण करता था? #MuzaffarpurShelterHome pic.twitter.com/9dPDfY09nx
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) February 25, 2019
वहीँ नीतीश सरकार पर लगातार ट्वीट के जरिये तेजस्वी यादव हमलावर हैं. नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने एकबार फिर सीएम नीतीश पर हमला बोला है. उन्होंने ट्वीट किया, मुजफ्फरपुर बलात्कार कांड की पीड़ित और गवाह लड़कियां भागी नहीं थी. जैसा मैंने कहा था उन्हें एक साज़िश के तहत भगाने की पटकथा लिखी गयी है ताकि सत्ता शीर्ष पर बैठे सफेदपोशों को बचाया जा सके. कौन है वो बड़ा नेता और अधिकारी जो लड़कियों के साथ शोषण करता था?
मुज़फ़्फ़रपुर जनबलात्कार कांड में ऐसा कौन शख़्स संलिप्त है जिसे बचाने को लेकर बिहार सरकार सब संस्थाओं की लताड़ बेशर्मी से चुपचाप सुन रही है। CBI अधिकारियों का तबादला करवा रही है?
अपने आप से पूछिए अगर 34 अनाथ बच्चियों की जगह हमारी अपनी बहन-बेटी होती तो हम सभी ऐसे ही चुप रहते?
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) February 25, 2019
उन्होंने अगला ट्वीट किया, मुजफ्फरपुर बलात्कार कांड में ऐसा कौन शख़्स संलिप्त है जिसे बचाने को लेकर बिहार सरकार सब संस्थाओं की लताड़ बेशर्मी से चुपचाप सुन रही है. CBI अधिकारियों का तबादला करवा रही है? अपने आप से पूछिए अगर 34 अनाथ बच्चियों की जगह हमारी अपनी बहन-बेटी होती तो हम सभी ऐसे ही चुप रहते?
34 बच्चियों के साथ सत्ता संरक्षित जनबलात्कार जैसा घृणित महापाप होने पर भी CM समेत बिहार सरकार इस मामले पर पूर्णत चुप है। माननीय हाईकोर्ट, सुप्रीम कोर्ट, राष्ट्रीय महिला आयोग, मानवाधिकार आयोग ने इस मामले को लेकर नीतीश सरकार को क्या-क्या नहीं कहा लेकिन इनपर कोई असर नहीं हो रहा है?
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) February 25, 2019
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