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राजद में लड़ाई तेजप्रताप बनाम रामचंद्र पूर्वे हो गयी है? लालू के लाल से टकराने की कीमत चुकाएंगे पूर्वे?

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राजद में लड़ाई तेजप्रताप बनाम रामचंद्र पूर्वे हो गयी है? लालू के लाल से टकराने की कीमत चुकाएंगे पूर्वे?

सिटी पोस्ट लाइवः कल जब यह खबर आयी कि तेजप्रताप यादव अपनी हीं पार्टी यानि राजद के प्रदेश अध्यक्ष रामचंद्र पूर्वे पर भड़क गये हैं और उन्हें बहुत कुछ सुना भी दिया है दरअसल इस खबर से ज्यादा हैरान करने वाली बात वो कारण था जिसपर तेजप्रताप भड़के थे। दरअसल तेजप्रताप यादव रोज पार्टी दफ्तर में जनता दरबार लगाते हैं। जनता दरबार की ख्ूाब चर्चा भी है। फरियांदियों की भीड़ जुटती है तेजप्रताप यादव तुरंत एक्शन भी लेते हैं कल भी जनता दरबार लगाने पहुंचे थे। पार्टी कार्यालय में ताला लगा था। ताला देखकर तेजप्रताप भड़क गये। सवाल यह है कि तेजप्रताप यादव का जनता दरबार तय कार्यक्रम है तो फिर इस तालाबंदी की जानकारी तेजप्रताप यादव को क्यों नहीं दी गयी। उन्हें बिना बताए ताला क्यों बंद कर दिया गया। एक मौजूं सवाल जो तेजप्रताप यादव ने खड़ा किया है और सवाल वाजिब है भी कि गणतंत्र दिवस के दिन पार्टी दफ्तर पर ताला क्यों लगा था।

सवाल तो यह भी है कि अगर तालाबंदी का आदेश रामचंद्रपूर्वे का था तो क्या पूरी तरह यह उनका हीं फैसला था। जिस रामचंद्र पूर्वे को तेजप्रताप यादव पहले हीं कई बार हड़का चुके हैं उन्होंने फिर वो गुस्ताखी करने की हिम्मत जुटा ली जिससे तेजप्रताप यादव भड़क उठे? क्या राजद में तेजप्रताप यादव और रामचंद्र पूर्वे के बीच ठन गयी है क्योंकि यह पहला मामला नहीं है जब तेजप्रताप यादव रामचंद्र पूर्वे से भिड़े हैं। इससे पहले जब वे एक राजद कार्यकर्ता राजेन्द्र पासवान को पार्टी का महासचिव बनाना चाहते थे तो उन्होंने रामचंद्र पूर्वे को एक पत्र लिखा था। तब तेजप्रताप यादव ने यह आरोप लगाया था कि मेरी सिफारिश पूर्वे ने नहीं मानी और पासवान को महासचिव नहीं बनाया हांलाकि बाद में जब बवाल बढ़ा तो रामचंद्र पासवान महसचिव बना दिये गये। दो दिन पहले जब कर्पूरी जयंती के मंच से तेजप्रताप यादव बोल रहे थे तो संकेतो में हीं सही बहुत कुछ कह गये थे और संकेतों का मतलब निकालें तो यह कहा जा सकता है कि कल राजद दफ्तर में जो तालाबंदी हुई उसके संकेत भी तेजप्रताप यादव ने दे दिये थे। बेहद सधे शब्दों में उन्होंने कहा कि रामचंद्र पूर्वे जी चाहते थे कि जनता दरबार कार्यक्रम सप्ताह में सिर्फ दो दिन हीं हो तेजप्रताप यादव जब यह कहते हैं तो पूर्वे की ओर मुखातिब भी होते हैं और पूछते हैं दो दिन में जनता की समस्याओं का समाधान हो जाएगा पूर्वे जी? कल जब तेजप्रताप यादव रामचंद्र पूर्वे पर भड़के हुए थे इशारा कर गये कि तेजप्रताप यादव किसी के रोकने से रूकने वाले नहीं है पूर्वे को पार्टी में रहना है तो सबको साथ लेकर चलना होगा मतलब साफ था कि तेजप्रताप से टक्कर मंहगी पड़ेगी।

तेजप्रताप ने यह भी कहा था कि कुछ लोगों को दिक्कत हो रही है कि तेजस्वी यादव और तेजप्रताप यादव जैसे युवा राजनीति में आगे बढ़ रहे हैं। कुल मिलाकर बात यह कि अब जब इसके स्पष्ट संकेत मिल रहे हैं कि राजद में लड़ाई तेजप्रताप बनाम रामचंद्र पूर्वे हो गयी है तो फिर तेजप्रताप से टकराने की कीमत रामचदं्र पूर्वे चुकाएंगे या फिर पीछे हटने का विकल्प अख्तियार करेंगे? फिलहाल यह तय है कि लड़ाई स्टाईल और कार्यशैली को लेकर भी है राजद के हीं कुछ नेताओं को तेजप्रताप यादव स्टाईल आॅफ पाॅलटिक्स नहीं भा रहा है जैसा कि तेजप्रताप यादव यदा कदा आरोप लगाते रहते हैं।

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