बाहुबलियों की शरणस्थली साबित होगी कांग्रेस, लवली आनंद ने भी कांग्रेस में जाने के दिये संकेत
सिटी पोस्ट लाइव “विशेष” : बिहार से एक महत्वपूर्ण राजनीतिक खबर निकलकर सामने आई है। कभी बाहुबली, तो कभी रॉबिन हुड कहे जाने वाले पूर्व सांसद आनंद मोहन, जो अभी तत्कालीन गोपालगंज डीएम जी.कृषनैया हत्याकांड में आजीवन कारावास के सजायाफ्ता हैं और पिछले साढ़े बारह साल से सहरसा जेल में बन्द हैं। बिहार सहित देश की राजनीति में दमदार हनक रखने वाले आनंद मोहन जेल में रहते हुए अपनी पत्नी पूर्व सांसद लवली आनंद की राजनीति की असली प्रयोगशाला रहे हैं। आगामी लोकसभा चुनाव को देखते हुए पूर्व सांसद लवली आनंद ने कांग्रेस में शामिल होने के पुख्ता संदेश दे दिए हैं। राजनीतिक गलियारे से खबर आ रही है कि बाहुबली नेता और पूर्व सांसद आनंद मोहन की पत्नी लवली आनन्द अपने पुत्र चेतन आनंद के साथ कल शुक्रवार को अखिल भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस में शामिल होंगी।
इस मौके पर कांग्रेस के राज्य प्रभारी, प्रभारी सचिव, बिहार प्रदेश अध्यक्ष सहित कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेता मौजूद रहेंगे। वैसे लवली के कांग्रेस में एंट्री को लेकर पहले से ही कयास लगाए जा रहे थे। लवली आनंद इसी वर्ष 2019 के 1 जनवरी को पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष मदन मोहन झा से मिलने भी पहुंची थीं, जहां दोनों के बीच लंबी राजनीतिक वार्ता हुई थी। इस मुलाकात के बाद से ही ये तय था कि लवली आनंद की अगली मंजिल कांग्रेस है। भीतरखाने से यह जानकारी मिल रही है कि लोकसभा चुनाव के बाद पूर्व सांसद अपनी पार्टी बिहार पीपुल्स पार्टी को भी जिंदा करेंगे और बिहार के विधानसभा चुनाव में अपने प्रत्यासी भी उतारेंगे। अभीतक की सूचना के मुताबिक लवली भले ही कांग्रेस में जा रही हो लेकिन उनके पति और पूर्व सांसद आनन्द मोहन के समर्थकों का संगठन “फ्रेंड्स ऑफ आनन्द” पूर्ववत चलता रहेगा।
यानि उसके अस्तित्व पर कोई खतरा नहीं है ।मिल रही जानकारी के मुताबिक लवली आनंद का कांग्रेस मिलन समारोह प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय सदाकत आश्रम में होगा। यह तय माना जा रहा है कि लवली आनंद कांग्रेस का हाथ थामने के साथ ही बिहार के शिवहर सीट से अपनी दावेदारी ठोंकेंगी। यहाँ यह बताना लाजिमी है कि कभी शिवहर सीट से उनके पति आनंद मोहन सांसद थे। वैसे लवली आनंद भी शिवहर से लोकसभा और विधानसभा का चुनाव लड़ चुकी हैं लेकिन उन्हें पराजय का मुंह देखना पड़ा है। यूँ तो, पूर्व सांसद आनंद मोहन का सर्व समाज में पकड़ रही है लेकिन खास पकड़ सवर्ण समाज में माना जाता है। ऐसे में लवली की कांग्रेस में एंट्री से पार्टी को सवर्ण वोटों के मिलने की संभावना निसन्देह बढ़ेगी। वैसे यहाँ यह बताना भी बेहद जरूरी है कि पूर्व सांसद लवली आनंद की राजनीतिक यात्रा की स्क्रिप्ट पूर्व सांसद आनंद मोहन जेल से ही लिखते रहे हैं।
पूर्व में भी लवली आनंद कांगेस में रह चुकी है। राजनीतिक समीक्षकों का कहना है कि आनंद मोहन की वजह से लवली आनंद हमेशा डूबती नाव पर सवार हुई हैं। इससे पहले लवली आनंद समाजवादी पार्टी, कांग्रेस और हम के टिकट पर भी चुनाव लड़ चुकी हैं, जहां उन्हें हार का सामना करना पड़ा है। नीतीश कुमार से छत्तीस के आंकड़े रखने वाले पूर्व सांसद आज अगर नीतीश के पाले में होते,तो वे कब के जेल से बाहर आ चुके होते। इधर लवली कांग्रेस में जा रही हैं,तो उधर बाहुबली पप्पू यादव, महाबली अनंत सिंह और अरुण कुमार भी कांग्रेस का हाथ थामकर संसद पहुंचना चाह रहे हैं। आने वाले समय में महागठबंधन में कांग्रेस की स्थिति सांप और छुछुन्दर वाली होने की संभावना प्रबल है।
पीटीएन न्यूज मीडिया ग्रुप के सीनियर एडिटर मुकेश कुमार सिंह की “विशेष” रिपोर्ट
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