“विशेष” : मॉब लिंचिंग की घटना होते-होते रही, तीन शातिर बदमाशों को ग्रामीणों ने जमकर पीटा
फर्जी अधिकारी बन स्कूल पहुंचे थे अधिकारी, कार को किया आग के हवाले
“विशेष” : मॉब लिंचिंग की घटना होते-होते रही, तीन शातिर बदमाशों को ग्रामीणों ने जमकर पीटा
सहरसा सिटी पोस्ट लाइव “विशेष” : सहरसा जिले के सिमरी बख्तियारपुर अनुमंडल अन्तर्गत महखड़ पंचायत के मध्य विद्यालय हुसैनचक में बड़े अधिकारी बन स्कूल की व्यवस्था की जांच करने पहुंचे तीन शातिर बदमाशों को ग्रामीणों ने जमकर पीटा। सैंकड़ों की तायदाद में जमा हुए आक्रोशित ग्रामीण तीनों अपराधियों को पीट-पीट कर मार डालते लेकिन कुछ ग्रामीणों ने इसकी सूचना बख्तियारपुर थाने और वहां की महिला एसडीपीओ को दे दी। पुलिस बिना समय गंवाए मौके पर पहुँची और भीड़तंत्र से पीट रहे बदमाशों को भीड़ से निकालकर अपने कब्जे में ले लिया। इस दौरान एक अपराधी भागने में कामयाब हो गया।आक्रोशित ग्रामीण यहीं पर नहीं रुके, उन्होंने जिस सेवरलेट कार पर सवार होकर अपराधी आये थे, उसे पूरी तरह से चकनाचूर कर के आग के हवाले कर दिया।
घटना के संबंध में प्राप्त जानकारी के मुताबिक आज शुक्रवार को दोपहर के करीब एक बजे सेवरलेट कार से तीन शातिर अपराधी सिमरी बख्तियारपुर अनुमंडल के एकपरहा गांव निवासी ज्योतिष ठाकुर के पुत्र राघव कुमार ठाकुर, श्रीनगर मधेपुरा के सुजीत कुमार एवं सरडीहा गांव के दिलीप सिंह मध्य विद्यालय हुसैनचक पहुंच अपने आप को पटना से आए वरीय अधिकारी बता हेडमास्टर विद्यानंद पासवान से रजिस्टर्ड सहित अन्य कागजातों की मांग की। कागजात की मांग से सभी शिक्षक बौखला गए और उन लोगों से परिचय जानना चाहा तो वे अभद्र व्यवहार कर हो-हल्ला करने लगे। इसी बीच उनलोगों से हेडमास्टर और शिक्षकों से तू-तू मैं-मैं होने लगा ।इसी गरमा-गरमी की अफवाह आसपास के ग्रामीणों में फैली की उक्त विद्यालय में तीन बदमाश हथियार के साथ पहुंच कर शिक्षकों से मारपीट कर रहे हैं।
देखते ही देखते सैंकड़ों की तायदाद में क्षेत्रीय लोग जमा हो गए। भीड़ ने स्कूल पहुंचते ही तीनों शातिर को दबोच लिया। इस बीच दिलीप सिंह मौके का फायदा उठाकर भाग निकला। लेकिन राघव ठाकुर और सुजीत कुमार को ग्रामीणों ने पहले जमकर धुनाई की और विद्यालय के प्रधानाचार्य के कमरे में बंद कर दिया। एकतरफ गुस्साई भीड़ दोनों को बाहर निकालकर पीट-पीट कर मारने की फिराक में थे, तो कुछ लोग इस घटना को घटित नहीं होने देना चाहते थे। इसी बीच कुछ लोगों ने पुरे मामले की जानकारी सिमरी बख्तियारपुर पुलिस को दे दी। सूचना के बाद मौके पर सअनि कमला कांत तिवारी पुलिस बल के साथ पहुँचे और कमरे में बंद दोनों बनौत अधिकारियों को अपने कब्जे में लेना चाहा। लेकिन भीड़ का उग्र रूप देख उनकी हिम्मत जवाब दे गई।
स्थिति बेकाबू होते देख के श्री तिवारी ने सिमरी बख्तियारपुर थानाध्यक्ष को स्थिति से अवगत कराया। उसी वक्त एसडीपीओ सिमरी बख्तियारपुर की क्राईम मीटिंग चल रही थी। सिमरी बख्तियारपुर थानाध्यक्ष रणवीर कुमार,सोनवर्षा राज थानाध्यक्ष सुमन कुमार एवं डीएसपी के अंगरक्षक सहित अन्य पुलिस बल आनन-फानन में स्कूल पहुँचे और बड़े ही संयमित रूप से कमरे में बंद दोनों आरोपियों को कब्जे में लेकर बड़े ही नाटकीय ढंग से वहां से लेकर चलते बने। लोगों को जब दोनों आरोपियों को भरपूर ढंग से मारने का मौका नहीं मिला तो, वे स्कूल के बाहर खड़ी आरोपियों की सेवरलेट कार को कब्जे में लेकर पहले तो कार में जमकर तोड़फोड़ की फिर कार को आग के हवाले कर दिया। कुछ ही मिनटों में कार धू-धू कर जलने लगी। ऐसे में सड़क के दोनों तरफ जाम लग गया।
घटना के बाबत यह भी जानकारी मिली कि बीते कल बृहस्पतिवार को तीन शातिर में से एक शातिर राघव विद्यालय पहुंच कर अपने आप को बड़ा अधिकारी बता धौंस जमाने का प्रयास किया था। लेकिन उस वक्त विद्यालय के एक शिक्षक सह पंचायत मुखिया प्रतिनिधि फिरोज आलम ने समझा-बुझाकर उसे विद्यालय से निकाल दिया था। लेकिन आज शुक्रवार को जब वे तीन की संख्यां में पुनः स्कूल पहुंचे तो, उनका भेद खुल गया और फिर उनकी सेवा शुरू हो गयी।
इस घटना के संबंध में सिमरी बख्तियारपुर एसडीपीओ मृदुला कुमारी ने बताया कि तीनों शातिर मनबड़ू किस्म के व्यक्ति हैं।आज अगर समय पर पुलिस सजग नहीं होती तो भीड़ बड़ी से बड़ी घटना को अंजाम दे सकती थी। जाहिर तौर पर अफवाह की वजह से ग्रामीण आक्रोशित थे लेकिन बख्तियारपुर एवं सोनवर्षा राज थानाध्यक्ष की सुझ-बूझ से बड़ी घटना को निसन्देह टाला जा सका है। हेडमास्टर के लिखित आवेदन पर मामला दर्ज कर पुलिस आगे की कार्रवाई कर रही है। सच में आज मॉब लिंचिंग की घटना होते-होते बची। तीन युवकों का पंचनामा एक साथ बनता लेकिन ईश्वर ने तीनों को जीवनदान दे दिया।
पीटीएन न्यूज मीडिया ग्रुप के सीनियर एडिटर मुकेश कुमार सिंह की “विशेष” रिपोर्ट
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