City Post Live
NEWS 24x7

‘हम’ बोली-‘मंझे खिलाड़ी हैं मांझी, रालोसपा से कम सीटें मंजूर नहीं, लालू जानते हैं ताकत

- Sponsored -

-sponsored-

- Sponsored -

‘हम’ बोली-‘मंझे खिलाड़ी हैं मांझी, रालोसपा से कम सीटें मंजूर नहीं, लालू जानते हैं ताकत

सिटी पोस्ट लाइवः महागठबंधन मंे सीट शेयरिंग को लेकर खींचतान आसानी से खत्म होती नजर नहीं आ रही है। हांलाकि उपेन्द्र कुशवाहा और मुकेश सहनी जब तेजस्वी यादव के साथ जाकर रांची के रिम्स में मिले तो ऐसा लगा कि आॅल इज वेल है, कहा भी यही गया कि सबकुछ ठीक है, सीटों पर बात बन गयी है। मुलाकात के बाद मुकेश सहनी पटना लौटे तो पूरे शहर को हार्डिंग से पाट दिया। होंर्डिग में माछ भात खाकर महागठबंधन को जिताने की अपील है। जाहिर है इस होर्डिंग के बाद यह यकीन और पुख्ता हुआ कि वाकई सबकुछ ठीक है और सीटों पर महागठबंधन में सहमति बन गयी है। लेकिन महागठबंधन के एक और सहयोगी हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा ने अब महागठबंधन की मुश्किल बढ़ा दी है।

हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा ने स्पष्ट किया है कि उपेन्द्र कुशवाहा से कम सीटें तो ‘हम’ को कतई मंजूर नहीं है। रालोसपा नेताओं का दावा है कि ‘मांझी’ एक मंझे हुए नेता हैं और उपेन्द्र कुशवाहा और जीतन राम मांझी के बीच कोई तुलना नहीं है क्योंकि एक बड़ी आबादी, और हर जाति और आयुवर्ग के लोग मांझी के साथ खड़े हैं। लालू यादव ने पूर्व सीएम मांझी की इस ताकत को पहचाना था और उन्हें महागठबंधन में ले आए थे तभी पिछले उपचुनाव में महागठबंधन को जीत मिली थी। सिटी पोस्ट लाइव के एडिटर इन चीफ श्रीकांत प्रत्युष से बातचीत करते हुए ‘हम’ के प्रदेश अध्यक्ष वृषिण पटेल ने कहा कि बहुत लोग ‘मांझी’ के सीधेपन का फायदा उठाने की कोशिश करते रहे हैं लेकिन वे राजनीति के पक्के खिलाड़ी हैं, बिना नफा-नुकसान की परवाह किये अपनी बात रखते हैं और उन्हें मूर्ख बनाना आसान नहीं है।

वृषिण पटेल ने कहा कि सबको पता है मांझी का वोट बैंक क्या है और जिनपर फैसले लेने की जिम्मेवारी है वे हमारी क्षमता का आकलन करेंगे और उस हिसाब से हमें सीटें मिलेंगी। वहीं ‘हम’ नेता महाचंद्र प्रसाद ने कहा कि महागठबंधन के नेताओं को हमारी ताकत का एहसास होना चाहिए। जीतन राम मांझी एक मजबूत नेता हैं और हमारी पार्टी में भी नेताओं की कोई कमी नहीं है। लालू ने मांझी को ताकत को पहचान कर उन्हें महागठबंधन में शामिल कराया और उपुचनाव में महागठबंधन की जीत हुई। उपेन्द्र कुशवाहा और मांझी की कोई तुलना नहीं है। बिहार की एक बड़ी आबादी जीतन राम मांझी के साथ है इसलिए रालोसपा से कम सीट हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा को मंजूर नहीं है। आपको बता दें कि बिहार के पूर्व सीएम और हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जीतन राम मांझी कल रांची के रिम्स जाकर लालू से मिलने वाले हैं, जाहिर है यह मुलाकात सीट शेयरिंग पर बातचीत को लेकर होगी। मुलाकात से पहले बेहद सधे शब्दों ने एक तरह से लालू और राजद पर दबाव बढ़ा दिया है कि सीट शेयरिंग में उन्हें जो हिस्सेदारी मिले वो रालोसपा से कम नहीं होनी चाहिए, जाहिर है लालू के लिए फैसला लेना आसान नहीं होगा।

-sponsored-

- Sponsored -

-sponsored-

Comments are closed.