मुंगेर में मिला बर्ड फ्लू का वायरस, पक्षियों को मारने पहुंची टीम, लोगों में दहशत व्याप्त
सिटी पोस्ट लाइव : बिहार के मुंगेर के असरगंज प्रखंड में बर्ड फ्लू का खतरा बढ़ गया है. खबर के अनुसार यहाँ बर्ड फ़्लू के वायरस के लक्षण पाए गए हैं. जांच करने पहुंची डॉक्टरों की टीम ने जांच करने के दौरान बत्तख और मुर्गे के विसरे में बर्ड फ्लू का वायरस पाया है. इस रिपोर्ट को विस्तृत जांच के लिए दिल्ली भेजा गया है. इस खबर के बाद से इलाके में दहशत फैल गई है. हालांकि अभीतक किसी व्यक्ति के इसकी चपेट में आने की सूचना नहीं है.
गौरतलब है कि मुंगेर के अमौया पंचायत के गोरहो गांव में दर्जनों पक्षियों की अज्ञात बीमारी के कारण मौत हो रही थी. बीते 15 दिनों से यह सिलसिला जारी था. इसकी सूचना मिलने पर पशुपालन विभाग की टीम भागलपुर से पहुंची और मामले की जांच की. डॉक्टरों की एक टीम पटना से पहुंची .बीमारी के कारण मरे पक्षियों के सैंपल एकत्र कर इसे प्रयोगशाला जांच के लिए भोपाल के राष्ट्रीय उच्च सुरक्षा पशु संस्थान भेजा गया. वहां डॉक्टरों की टीम ने इन पक्षियों में एच 5 एन 1 विषाणु के होने की पुष्टि की है.
संस्थान के निदेशक ने डीएडीएफ नई दिल्ली के सचिव को अपनी रिपोर्ट भी भेज दी है. वहीं रिपोर्ट आने के बाद बाद प्रमंडलीय आयुक्त पंकज कुमार पाल, डीएम आनंद शर्मा ने सभी विभाग के अधिकारियों के साथ आपात बैठक की. इसके बाद सावधानी बरतने के लिए कई निर्देश जारी किए गए हैं.कमिशनर पंकज पाल ने बताया कि बर्ड फ्लू वायरस के मामले को लेकर केन्द्र से भेजी गई डॉक्टरों की चार टीम मुंगेर पहुंची है. जहां आज से गोरहो गांव में पक्षियों को मारने का अभियान चलाया जाएगा. यह कवायद इसलिए की जा रही है ताकि यह वायरस आगे नहीं फैले.
कहा जा रहा है कि जिन घरों में बत्तख और मुर्गा मारा जाएगा उन्हें मुआवजा भी दिया जाएगा. डॉक्टरों ने ग्रामीणों से अनुरोध किया है कि अंडा और चिकेन का इस्तेमाल तत्काल बंद कर दे. वहीं सिविल सर्जन योगेंद्र भगत ने कहा की गोराहो गांव में स्वास्थ विभाग की टीम भेजी गयी है वही गांव में ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव किया गया है.लेकिन ग्रामीण अभी से दहशत में हैं. खबर के अनुसार कुछ लोगों ने बत्तख और मुर्गा मरना शुरू भी कर दिया है.
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