गुंजन खेमका के शव पर नीतीश सरकार विरोधी राजनीती की थी BJP की बड़ी तैयारी
सिटी पोस्ट लाइव : पटना के बड़े युवा कारोबारी और बीजेपी नेता गुंजन खेमका की हत्या को लेकर बीजेपी के अंदर ही घमशान शुरू हो गया था. इस हत्या को लेकर बीजेपी के कुछ नेता नीतीश सरकार की घेराबंदी करने के मूड में थे. पूरी तैयारी कर चुके थे. उनकी योजना थी गुंजन खेमका की अंतिम यात्रा बीजेपी के दफ्तर से निकालने की थी. गुंजन की अंतिम यात्रा को लेकर गुरुवार शाम यह तय हो गया था कि उनका पार्थिव शरीर प्रदेश बीजेपी कार्यालय लाया जाएगा. गुंजन बीजेपी लघु उद्योग सेल के प्रदेश संयोजक थे लिहाजा पार्टी कार्यालय में भी उन्हें श्रद्धांजलि दी जाएगी.
लेकिन इस बीच पार्टी के कुछ बड़े नेताओं को इसके पीछे नीतीश सरकार की घेराबंदी की योजना की भनक लग गई. उन्होंने ऐसा करने से मन कर दिया. फिर क्या था सारा कार्यक्रम बदल गया.पटना के गांधी मैदान स्थित उनके आवास से उनकी अंतिम यात्रा निकाल कर पटना सिटी के गुलबी घाट पहुंच गई. गुंजन खेमका की अंतिम यात्रा बिना बीजेपी कार्यालय पहुंचे ही पूरी हो गई. सूत्रों के अनुसार पार्टी के बड़े नेताओं के निर्देश पर गुंजन खेमका के अंतिम यात्रा को लेकर गुरुवार की शाम तय हुआ कार्यक्रम रात में ही बदल गया. रात में सबको ये जानकारी दी गई कि गुंजन की अंतिम यात्रा में प्रदेश बीजेपी कार्यालय पड़ाव नहीं होगा.
कार्यक्रम में हुए इस बदलाव को लेकर बीजेपी के अंदर घमशान जारी है. बीजेपी के नेता और कार्यकर्ता दबी जुबान में यह चर्चा कर रहे हैं कि गुंजन की अंतिम यात्रा को प्रदेश कार्यालय लाने से टालने की सुनियोजित रणनीति बनाई गई. गुंजन खेमका की हत्या के बाद बीजेपी के कार्यकर्ताओं में भारी आक्रोश है. सूत्रों की माने तो बिहार बीजेपी के बड़े नेता या नहीं चाहते थे कि उनकी पार्टी के कार्यकर्ताओं का आक्रोश सड़क पर आने दिया जाए. कार्यकर्ताओं की नारेबाजी और हंगामे से अपनी ही सरकार की किरकिरी होती. सरकार में शामिल बीजेपी के बड़े नेताओं को आशंका थी कि अगर गुंजन की अंतिम यात्रा पार्टी कार्यालय पहुंची तो स्थिति नियंत्रण से बाहर हो सकती है.
गौरतलब है कि इस हत्या के बाद बीजेपी के कई नेताओं ने नीतीश सरकार पर हमला शुरू कर दिया था. बीजेपी के विधान पार्षद सच्चिदानंद राय ने तो बीजेपी से नीतीश सरकार से अलग हो जाने तक की मांग कर दी .सूत्रों के अनुसार सच्चिदानंद राय के समर्थकों ने बीजेपी के दफ्तर गुंजन खेमका के शव के पहुँचने के साथ ही हंगामे की तैयारी कर बैठे थे. लेकिन बीजेपी के बड़े नेताओं को जैसे सरकार विरोधी योजना की जानकारी मिली उन्होंने खेमका के शव को दफ्तर लाने से मना कर दिया. आधी रात के वक्त खेमका परिवार को संदेशा भेंज कर गुंजन के पार्थिव शरीर को पार्टी कार्यालय लाने से रोका गया.
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