उपेन्द्र कुशवाहा ने चिराग को दी नसीहत, कहा-“हम तो एनडीए से बाहर आए, आप भी आ जाइए”
सिटी पोस्ट लाइव : एनडीए में एकबार फिर सीटों को लेकर खींचतान मची है। दोस्ती दरकने की हद तक जा पहुंची है. उपेन्द्र कुशवाहा पहले हीं एनडीए छोड़ चुके है. अब लोजपा ने बीजेपी को दो टूक कह दिया है कि अगर समय रहते हमें सम्मानजनक सीटें नहीं मिली तो हमारे पास ढेरों रास्ते हैं. वहीं अब उपेन्द्र कुशवाहा ने चिराग और रामविलास को गठबंधन से बाहर आने की सलाह दे डाली है.
बुधवार को ट्वीट करते हुए कुशवाहा ने कहा है कि-“लोक जनशक्ति पार्टी को जल्द से जल्द एनडीए छोड़ देना चाहिए” उन्होंने बताया है कि उनका एनडीए छोड़ने के कारणों में भाजपा और नीतीश कुमार का अहंकार भी एक कारण था. अन्य लोगों को भी वही अहंकार का सामना करना पड़ेगा. बता दें इस से पहले भाजपा को चेतावनी देते हुए चिराग ने पहला ट्वीट किया था, ‘टीडीपी और रालोसपा के एनडीए से जाने के बाद गठबंधन नाजुक मोड़ से गुजर रहा है। ऐसे समय में भारतीय जनता पार्टी गठबंधन में फिलहाल बचे हुए साथियों की चिंताओं को समय रहते सम्मानपूर्वक तरीके से दूर करें. इसके अलावा उन्होंने दूसरे ट्वीट में कहा, ‘गठबंधन की सीटों को लेकर कई बार भारतीय जनता पार्टी के नेताओं से मुलाकात हुई परंतु अभी तक कुछ ठोस बात आगे नहीं बढ़ पाई. इस विषय पर समय रहते बात नहीं बनी तो इससे नुकसान भी हो सकता है.
वहीँ आज पटना में लोजपा के प्रदेश अध्यक्ष पशुपति कुमार पारस ने प्रेस काॅन्फ्रेंस की और साफ संकेत दे दिये की सीटों की शेयरिंग पर एनडीए में बवाल बढ़ने के पूरे आसार है। पारस ने कहा कि लोक जनशक्ति पार्टी 2014 में एनडीए का हिस्सा बनी, साढ़े चार सालों तक हम पूरी ईमानदारी के साथ एनडीए के साथ रहे। अब भी हैं, हम चाहते हैं कि 2019 में एनडीए की सरकार बने, पीएम मोदी प्रधानमंत्री बने लेकिन बीजेपी को हमें सम्मान देना होगा। बीजेपी और जेडीयू ने मिलकर आधी-आधी सीटें बांट ली और लोजपा को पूछा तक नहीं ऐसे में हम बीजेपी के पीछे क्यों घूमते रहेंगे। 2014 में लोजपा 7 सीटों पर लड़ी थी और सातों पर जीती थी। तो सात सीटों से कम पर लड़ने का सवाल हीं पैदा नहीं होता.
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