तेजप्रताप को मिलेगा जल्द बंगला, लालू यादव से मिलने रांची निकले तेज, जानिए क्यों?
सिटी पोस्ट लाइव : अपने पिता लालू यादव से मिलने रांची जा रहे तेजप्रताप यादव की तबियत अचानक बहुत खराब हो गई है. तेजप्रताप यादव आज जैसे ही जहानाबाद पहुंचे उनकी तबियत बिगड़ने लगी. उनकी ख़राब तबियत को देखते हुए उनके साथियों ने उन्हें जहानाबाद में ही रोक लिया है. आज रात तेजप्रताप यादव जहानाबाद में ही रुक गए हैं. उनके स्वास्थ्य की जांच के लिए डॉक्टर पहुंचे हैं. डॉक्टर ने तेजप्रताप यादव को दावा दे दी है. दावा लेने के बाद तेजप्रताप रांची निकल जाना चाहते थे. वो पिता के स्वास्थ्य को लेकर चिंतित हैं. उनसे मिलने को बेताब हैं. लेकिन डॉक्टर ने रात में उन्हें आराम करने की सलाह दी है. उनके साथ रांची जा रहे दोस्तों के अनुसार अब सुबह वो रांची के लिए निकलेगें .डॉक्टर के अनुसार तेजप्रताप यादव बहुत टेंशन में हैं. ब्लड प्रेशर बहुत लो हो गया है.अगर वो इसी तरह तनाव में रहे तो डीप डिप्रेशन के शिकार हो जायेगें.
गौरतलब है कि आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव के बड़े बेटे तेजप्रताप यादव की एक झटके में सारी शिकवा शिकायत दूर हो गई है. अपनी पत्नी ऐश्वर्या से तलाक प्रकरण के बाद पहली बार पार्टी दफ्तर पहुंचे तेजप्रताप यादव अलग ही अंदाज में दिखे थे. उन्होंने अपने पारिवारिक विवाद पर कुछ भी नहीं बोला. निशाने पर केवल अपने राजनीतिक विरोधियों को लिया.सबसे ख़ास बात उन्होंने ये कह दिया कि उनकी लड़ाई नीतीश कुमार से नहीं बीजेपी और संघ से है.
तेजप्रताप को इस प्रेस कांफ्रेंस से दो फायदे हुए. एक तो उनकी राजनीतिक सक्रियता से पिता लालू यादव इतने खुश हुए कि उन्हें फ़ौरन मिलने के लिए बुला लिया.तेजप्रताप यादव अपनी पत्नी ऐश्वर्या का साथ दिए जाने को लेकर अपने पिता और माता से नाराज चल रहे थे. अब लालू यादव ने उन्हें मिलने के लिए बुला लिया है. जाहिर है अबतक परिवार में उपेक्षा झेल रहे तेजप्रताप यादव को पिता का बुलावा आने से बहुत राहत मिली है. वो पटना से रांची के लिए निकल चुके हैं.लेकिन जहानाबाद में बीमार हो गए.
दूसरा फायदा ये हुआ कि उनके इस बयान से कि नीतीश कुमार से नहीं उनकी लड़ाई बीजेपी-संघ से है, नीतीश कुमार का भी दिल पसीजा. उन्होंने आज तेजप्रताप यादव को फोन मिलाया और हालचाल पूछा. गौरतलब है कि एक दिन पहले ही तेजप्रताप यादव ने ये आरोप लगाया था कि उन्हें सरकार द्वारा आवास नहीं दिया जा रहा है. वो मुख्यमंत्री और विधान सभा अध्यक्ष से कईबार बातचीत करने की कोशिश कर चुके हैं, लेकिन वो बात नहीं कर रहे हैं. भवन निर्माण मंत्री महेश्वर हजारी आवास अवांटित नहीं किये जाने के लिए अपने प्रधान सचिव चंचल कुमार को दोषी बताकर अपना पिंड छुड़ा चुके थे.
लेकिन आज खुद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने तेजप्रताप को फोन मिलाया. उनसे बातचीत की. तेजप्रताप यादव ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने उन्हें जल्द से जल्द बंगला देने का आश्वासन दिया है. उन्होंने कहा है कि वो इस सम्बन्ध में महेश्वर हजारी से बात करेगें.यानी एक झटके में तेजप्रताप की सारी शिकवा शिकायतें दूर हो गई. मुख्यमंत्री बनागाला देने को तैयार हो गए हैं और पिता लालू यादव गले लगाने को बेताब हैं.
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