#citypostlive दरभंगा : छात्रसंघ चुनाव में राजनेताओं की दिलचस्पी के चलते चुनाव में दलीय प्रतिस्पर्धा बढ़ी है। इस क्रम में दल को छोड़कर दूसरे दलों में जाने का सिलसिल भी शुरू हुआ है और दल से निष्काशित करने का मामला भी सामने आया है। जी हां! यह सच्चाई है कि छात्रसंघ चनुाव दलीय आधार पर नहीं हो रहा है। बावजूद चुनाव पर दलीय प्रणाली हावी है। दल से जुड़े छात्र संगठन को खुले रूप से अपने-अपने दलों के राजनेताओं का समर्थन मिल रहा है। इस चुनाव में एआइएसएफ, राजद और आइसा, एसएफआई, एनएसयुआइ लेफ्ट डेमोके्रटिक फं्रट बनाकर चुनाव मैदान में हैं। पिछले बार छात्र जदयू भी इसी फ्रंट में था पर जदयू के रणनीतिकार प्रशांत किशोर के आने के बाद जदयू स्वतंत्र रूप से चुनाव लड़ रहा है। प्रशांत किशोर की टीम दरभंगा-समस्तीपुर, मधुबनी और बेगूसराय के महाविद्यालयों में घूम-घूमकर रणनीति बना रहे हैं। वहीं अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् और मिथिला छात्र युनियन स्वतंत्र रूप से चुनाव लड़ रहा है। इसी बीच यह भी जानकारी मिली है कि मतदाताओं को बाहर से लेकर दरभंगा में कैम्प कराया जा रहा है। ताकि सेंधमारी नहीं हो सके। इसी बीच छात्र संगठन एआइएसएफ के जिला सचिव शरद कुमार सिंह ने बयान जारी कर कहा है कि उनके संगठन के सीएम साइंस कॉलेज प्रभारी और काउंसिल मेम्बर के रूप में जीते राहुल राज को संगठन की प्राथमिक सदस्यता से निष्काशित कर दिया है। वहीं संगठन के दो पूर्वर्ती छात्र नेता डॉ. सुमन झा और शंकर सिंंह को संगठन के विरूद्ध साजिश रचने के कारण उनसे दूरी बनाए रखने का निर्णय लिया है। उनका एआइएसएफ से कोई नाता नहीं है। सनद रहे कि राहुल राज अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ रहे हैं और वे जदयू समर्थित उम्मीदवार के रूप में लड़ने की चर्चा है। इसी बीच एआइएसएफ ने अपने पैनल के उम्मीदवारों की सूची जारी की है। जिसमें अध्यक्ष पद के लिए आइसा के संदीप चौधरी, महासचिव पद के लिए एआइएसएफ के ऋषव कुमार, उपाध्यक्ष पद के लिए एसएफआइ के संकित कुमार, उपाध्यक्ष पद पर अखलाख अहमद और कोषाध्यक्ष पद के लिए रणवीर कुमार को समर्थन है। एआइएसएफ ने छात्रसंघ चुनाव में प्रशांत किशोर के हस्तक्षेप को चिंतीय ने बताया है।
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