उपेन्द्र कुशवाहा की RLSP टूटी, दोनों MLA ने किया NDA में जाने का एलान, एक MLC भी शामिल
सिटी पोस्ट लाइव : रालोसपा सुप्रीमों बीते दो महीने से बिहार और देश की राजनीति को कुछ अलग संदेश देना चाह रहे हैं, लेकिन विभिन्य दलों के नेता ना तो उनके संवाद को भाव दे रहे हैं और ना ही उसका कोई अर्थ ही निकाल रहा है. यहीं नहीं सीटों के लिए लड़ते-लड़ते कुशवाहा ने मंत्री पद और एनडीए से अपना रिश्ता तोड़ लिया. लेकिन इस फैसले से उन्हें कोई फायदा तो नहीं लेकिन नुक्सान जरुर हुआ है. रालोसपा के दोनों विधायक और एक एमएलसी ने अब nda में जाने का ऐलान कर दिया है. जिसके साथ ही कुशवाहा की पार्टी अब टूट चुकी है.
शनिवार को पटना में एक प्रेस कान्फ्रेंस कर दोनों विधायक सुधांशु शेखर और ललन पासवान और विधान पार्षद संजीव श्याम सिंह ने इस बात की घोषणा की और कहा कि असली RLSP वही हैं. पार्टी पर दावा ठोकते हुए एमएलसी संजीव श्याम सिंह ने कहा कि आरएलएसपी उपेन्द्र कुशवाहा के साथ नहीं बल्कि एनडीए के साथ है. उन्होंने कहा कि उपेंद्र कुशवाहा व्यक्तिगत और अपने स्वार्थ की राजनीति करते हैं. विधान पार्षद ने कहा कि सरकार में RLSP को भी हक़ मिले. मंत्री से लेकर आयोग, समिति और बीस सूत्री कार्यक्रमों में भी जगह मिले. बता दे रालोसपा के दोनों विधायक ने पहले ही कहा था कि कुशवाहा जी एनडीए से नाता तोड़ते है तो हम पार्टी से नाता तोड़ देंगे. साथ ही लालन पासवान ने ये भी कहा था कि रालोसपा उपेन्द्र कुशवाहा की नहीं बल्कि हमारी पार्टी है. जैसे ही कुशवाहा भाजपा से अलग होंगे हम रालोसपा को उनसे अलग कर लेंगे.
हालांकि एकमात्र सांसद रामकुमार शर्मा ने फिलहाल कुशवाहा का साथ नहीं छोड़ा है. लेकिन एक दिसंबर को RLSP के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष भगवान सिंह कुशवाहा ने भी कहा था कि कुशवाहा को एनडीए ने बहुत इज्जत दी है और उन्हें एनडीए में ही रहना चाहिए. ऐसे कयास ये भी लगाये जा रहे हैं कि भगवान कुशवाहा भी जल्द ही उपेन्द्र कुशवाहा का साथ छोड़ सकते हैं. फ़िलहाल अभी उपेन्द्र कुशवाहा होल्ड पर हैं. उम्मीद है कि इस महीने के अंत तक महागठबंधन में जाने का ऐलान कर देंगे.
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