परेशान प्राईमरी स्कूल के शिक्षक ने विद्दालय में लगाई फांसी,परिजनों ने लगाया BEO पर आरोप
सिटी पोस्ट लाइव -हमारे भारत में गुरु का पद सर्वोच्च माना जाता है.सदियों से शिक्षक को सम्मान की दृष्टी से देखा जाता रहा है.कोई भी देश तभी तरक्की कर सकता है जब वहाँ के शिक्षक को इज्जत मिलती हो.लेकिन बीते कुछ वर्षों में बिहार के शिक्षकों की स्थिती दयनीय रही है.इसके कई कारण है.जैसे-समय पर वेतन की सुविधा का नहीं होना.विधालय में मूल-भूत सुविधाओं का न मिलना. इन सभी बातों को लेकर शिक्षकों को परेशानी झेलना पड़ती है.वहीं उनके साथ दूसरी समस्या विभाग के उच्चे पदाधिकारियों का दवाब भी होता है
ताज़ा मामला बिहार के भोजपुर जिले का है जहां एक सरकारी स्कूल के शिक्षक का शव पंखे से लटकता हुआ मिला है. शिक्षक शाहपुर प्राइमरी स्कूल में तैनात थे.जो बातें सामने आ रही है उससे पता चलता है कि टीचर कई दिनों से परेशान थे. परिजनों ने बताया कि वह कई दिनों से टेंशन में थे. उनके परिवार ने स्कूल के शिक्षक और बीईओ पर गंभीर आरोप लगाए गए हैं. बताया जा रहा है की स्कूल खुला हुआ था. रोज की तरह आज भी टीचर बच्चों को पढ़ा रहे थे. फिर अचानक छुट्टी के बाद स्कूल के क्लासरूम में टीचर की बॉडी पंखे से लटकती मिली.
इस खबर ने लोगों को झकझोर कर रख दिया है.लोग इस घटना के बाद दहशत में हैं. वे अपने बच्चों के बारे में सोच रहे हैं कि कैसे इस परिस्थिती में वे बच्चों को विधालय भेजेंगे.मिल रही जानकारी के अनुसार टीचर के परिजनों ने बताया कि कोई बहुत दिनों से उन्हें परेशान कर रहा था. वह किसी बात से बहुत टेंशन में थे. उनकी मानसिक स्थिति कुछ ठीक नहीं चल रही थी. लेकिन घरवालों को दिखाने के लिए सामने से अच्छा दिखने की कोशिश कर रहे थे. इस मामले में स्कूल के शिक्षक और BEO पर गंभीर आरोप लगा है.परिजनों का कहना है कि -“उन्होंने इन सब के दवाब में आकर आत्महत्या का कदम उठाया है.वे हर समय किसी बात को लेकर टेंशन में रहते थें. लेकिन कभी बताते नहीं थें.” फिलहाल शव को पुलिस ने अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है.
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