राफेल डील में बीजेपी को मिली क्लीन चिट,संजय टाइगर बोले-“माफ़ी मांगे राहुल गाँधी”
सिटी पोस्ट लाईव- अभी पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव पर कांग्रेस पुरी तरह से जश्न भी नहीं मना पाई थी कि बीजेपी के लिए सुप्रीम कोर्ट से राफेल डील पर फैसला संजीवनी बूटी लेकर आ गया. शुक्रवार का दिन बीजेपी के लिए बेहद ख़ास रहा. जिस मुद्दे पर कांग्रेस चुनावों में बीजेपी को घेर रही थी, उसी मामले में सुप्रीम कोर्ट ने बीजेपी को क्लीन चीट दे दिया है. सुप्रीम कोर्ट ने अदालत की निगरानी में राफेल डील की जांच की मांग से जुड़ी सभी याचिकाएं को ख़ारिज कर दिया है. कोर्ट ने कहा कि -“राफेल विमान खरीद की प्रक्रिया में शक की कोई गुंजाइश नहीं है. इस फैसले के बाद भाजपा अब विपक्ष पर हमलवार हो गई है.”
वहीं इस मामले में अब बीजेपी नेताओं के तरफ से पलटवार बयान आने लगे हैं. भाजपा प्रवक्ता संजय टाइगर ने कहा कि -“राहुल गांधी राफेल डील पर बयान दे कर जनता को गुमराह कर रहे थे. अब इस मामले को लेकर राहुल गांधी पूरे देश से माफ़ी मांगे.” इसके बाद उन्होंने कहा कि -“सुप्रीम कोर्ट का यह फैसला कांग्रेस के गाल पर तमाचा है. हमलोग हमेशा से पारदर्शी थें.उनका आरोप निराधार एवं बेबुनियाद था.” बता दें इस मामले में आज सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि -“राफेल विमान खरीद की प्रक्रिया में शक की कोई गुंजाइश नहीं है. इसमें कारोबारी पक्षपातों जैसी कोई बात सामने नहीं आई है.
बता दें 14 नवंबर को चीफ जस्टिस रंजन गोगोई, जस्टिस एसके कौल और जस्टिस केएम जोसेफ की बेंच ने याचिकाओं पर अपना फैसला सुरक्षित रख लिया था. कोर्ट ने कहा कि -“ऐसे मामले में न्यायिक समीक्षा का नियम तय नहीं है. राफेल सौदे की प्रक्रिया में कोई कमी नहीं है. 36 विमान खरीदने के फैसले पर सवाल उठाना गलत है. रिलायंस को ऑफसेट पार्टनर चुनने में कमर्शियल फेवर के कोई सबूत नहीं. देश फाइटर एयरक्राफ्ट की तैयारियां में कमी को नहीं झेल सकता. कुछ लोगों की धारणा के आधार पर कोर्ट कोई आदेश नहीं दे सकता. इसलिए सभी याचिकाएं खारिज की जाती हैं.” गौरतलब है कि कांग्रेस शुरू से इस मामले में बीजेपी पर आरोप लगाती रही है कि राफेल सौदे में उसने अपने चहेते कंपनी रिलायंस को फायदा पहुंचाया है.तथा विमान को उच्चे दामों में खरीदा गया है.जबकि इस विमान की रियल कीमत कुछ और है.
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