रामविलास पर दामाद साधु का हमला, बोले– मोदी की कैबिनेट में बेशर्मी से बने हुए हैं ससुरजी
सिटी पोस्ट लाइव : केन्द्रीय मंत्री रामविलास पासवान पर उनके दामाद और आरजेडी नेता अनिल कुमार साधु काफी हमलावर बने हुए हैं.राजनीति में आने को बेताब साधू यादव ने सबसे पहले अपने ससुर की पार्टी एलजेपी को छोड़ा. फिर उनके धुर विरोधी लालू यादव की पार्टी आरजेडी को ज्वाइन किया. फिर अपनी पत्नी यानी पासवान की बेटी से ही पासवान को चुनाव लड़ने की चुनौती दिलवा दी. अब उन्होंने एकबार फिर से रामविलास पर हमला बोलते हुए कहा कि वे दलित हितैषी होने का ढोंग कर रहे हैं.
आज पटना में आरजेडी के अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति प्राकेष्ठ की बैठक में साधु ने रामविलास पर जमकर हमला बोला. उन्होंने एलजेपी अध्यक्ष और अपने ससुर पर हमला बोलते हुए दलितों के मुद्दे पर उनके चुप्पी को लेकर सवाल खड़ा किया है.आरजेडी के एससी/एसटी प्राकेष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष ने साधू पासवान ने अपने ससुर रामविलास से सवाल पूछा जिस गोधरा कांड के बाद उन्होंने एनडीए छोड़ दी थी, उसी कांड के अभियुक्त के कैबिनेट में आज वे मंत्री क्यों बने हुए हैं.
रामविलास पर हमला बोलते हुए साधु ने कहा कि रामविलास दलितों के हितैषी नहीं है. उन्होंने उना में दलितों पर हुए अत्याचार को लेकर सवाल करते हुए कहा कि उन्होंने इस घटना को छोटी-मोटी घटना बताया था. उन्होंने नंदगांव और सहारणपुर में दलितों पर हुए हमले पर चुप्पी को लेकर भी रामविलास पर तीखा हमला बोला.यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ के हुनुमान को दलित बताने को लेकर साधु ने उनपर हमला बोला. अनिल कुमार साधु ने कहा कि योगी जी ने दलितों की तुलना बंदरों से की है. आरजेडी नेता ने योगी को डीएनए टेस्ट कराने की सलाह देते हुए कहा कि टेस्ट कराने से उन्हे पता चल जाएगा कि वे किस प्राणी से आए हैं.
दरअसल, आज पटना में प्रदेश के अनुसूचित जाति और जनजाति की स्थिति को लेकर आरजेडी ने अपने अनुसूचित जाति और जनजाति प्रकोष्ठ के प्रदेश पदाधिकारियों, जिला अध्यक्षों, एवं प्रखंड अध्यक्षों की बैठक की. इस बैठक में बिहार सरकार की नीतियों से एससी और एसटी वर्ग के लोगों को हो रही परेशानियों को लेकर चर्चा की गई. नीतीश कुमार द्वारा हाल ही में प्रदेश में चलाए गए जागरूकता रथ पर हमला करते हुए उन्होंने कहा कि उन्होंने कौन सा ऐसा काम किया है कि वे रथ निकाल रहे हैं. शराबबंदी को लेकर साधु ने कहा कि बिहार के अब शराब की होम डिलीवरी नहीं बेड डिलीवरी हो रही है. उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार इजाजत दें तो उनके बेड पर शराब पहुंच जाए. साधु ने शराबबंदी के कानून को दलित विरोधी बताते हुए कहा कि इस कानून के चलते सबसे ज्यादा दलित जेल में बंद हैं.साधू ने शराबबंदी की मुखालफत करते हुए कहा कि ये पुलिस अधिकारियों की अवैध कमाई और गरीब लोगों के प्रताड़ना का सबसे बड़ा जरिया बन गया है.
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