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सेवानिवृत IG की बेटी का सुसाइड मामला, बहुतों पेंच अभी खुलने हैं बाकि

इस मामले में ड्राईवर और गार्ड ने खोले कई राज

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सेवानिवृत IG की बेटी का सुसाइड मामला, बहुतों पेंच अभी खुलने हैं बाकि

सिटी पोस्ट लाइव “विशेष ” : साधारण घर की बेटी अगर सुसाईड करे, तो उसपर ना कोई बड़ी खबर बनती है और ना ही कोई खास हंगामा बरपता है। लेकिन जब मामला हाईप्रोफाईल हो, तो अंधे, मूक और बधिर भी इस मामले की सच्चाई जानने को बेताब रहते हैं। सिनग्धा सुसाईड मामले पर पटना के SSP मनु महाराज ने बताया कि हमें अभीतक कोई भी सुसाईड नोट नहीं मिला है। मृतिका युवती के ड्राईवर और इस अपार्टमेंट के गार्ड से पुछताछ की जा रही है। आज सुबह रिटायर्ड आईजी उमाशंकर सुधांशु की मेडिकल पीजी की पढ़ाई कर रही बेटी सिनग्धा ने 14 वीं मंजिल से कूदकर अपनी जान गंवा दी। एसएसपी मनु महाराज कहते हैं कि प्रथम दृष्टया में यह आत्महत्या का मामला दिखता है। वैसे FSL टीम इस मामले की जांच कर रही है। आपको बताना लाजिमी है कि राजधानी के एक महत्वपूर्ण अपार्टमेंट उदयगिरि अपार्टमेंट की सबसे ऊपरी छत से कूदकर जान देने के बाद कारणों को लेकर तरह-तरह की अटकलें लगाई जा रही हैं। बिल्डिंग तक ले कर आए लड़की के ड्राईवर और अपार्टमेंट के गार्ड ने कई बातों का खुलासा किया है। पटना में हुए इस हाई प्रोफाइल मामले में कई बातें सामने आई हैं।

पत्रकारों के द्वारा पूछे गए सवालों के जवाब में उदयगिरी अपार्टमेंट के गार्ड ने बताया कि ये घटना सुबह साढ़े सात बजे की है। गार्ड ने जानकारी दी कि युवती से उसके किस फ्लोर पर जाने के सवाल पर उसने बताया था कि उसे 12वें फ्लोर पर जाना। इस फ्लोर पर कोई महिला आईएएस रहती हैं। उसे उनसे मिलना है। वहीं,इस बारे में युवती के ड्राईवर ने बताया कि वो पटेल नगर के आवास से युवती को गाड़ी में बिठाकर यहां लेकर आया था। ड्राईवर ने जानकारी दी कि उसे सुबह 7 बजे गाड़ी लेकर चलने के लिये युवती का फोन आया था। जिसके बाद वो गाड़ी लेकर उनके आवास पर पहुंचा और वहां से युवती को लेकर उदयगिरी अपार्टमेंट ले आया। सबसे खास बात यह है कि ड्राइवर ने ये भी बताया कि वो दूसरी बार युवती को यहां लेकर आया था। पहली बार, दो दिन पहले भी वह उक्त युवती को यहां लेकर आ चुका था। इस मामले में हमने मृतिका के परिजनों को भी टटोलना चाह लेकिन परिजनों ने इस मामले में कुछ भी बोलने से साफ इनकार कर दिया है।

दूसरी तरफ घटनास्थल पर जांच के लिये एफएसएल की टीम पहुंच कर अपने हिसाब से बहुत सारे जांच के नमूने लिए हैं। बताना लाजिमी है कि अपार्टमेंट की छत से युवती का चश्मा, चप्पल और मोबाइल बरामद हुआ है। फिलहाल इस मामले में पुलिस का कोई भी बड़े अधिकारी कुछ भी ज्यादे और खुलकर बोलने से परहेज कर रहे हैं। वहीं यह भी बताते चलें कि घटना के सदमे से मृतिका के परिजन की स्थिति बेहद बुरी है। इस घटना की कड़ी में बताना जरूरी है कि सुबह आठ बजे के करीब पटना के कोतवाली थाना क्षेत्र के उदयगिरी अपार्टमेंट की छत से कूदकर रिटायर्ड आईजी उमाशंकर सुधांशु की बेटी ने आत्महत्या कर ली थी। घटना की सूचना मिलते ही डीएम, एसएसपी समेत पुलिस के बड़े अधिकारी तुरन्त मौके पर पहुंच गये थे। रिटायर्ड आईजी की बेटी का कल शनिवार को ही तिलक हुआ था। कल सोमवार को शादी होने वाली थी। जानकारी के मुताबिक युवती की शादी किशनगंज के डीएम महेंद्र प्रसाद से होने वाली थी। इसी बीच ये दुःखद घटना घट गई। हमारी जानकारी के मुताबिक सिनग्धा ने IGIMS से एमडी किया था और फिलवक्त वह कोलकाता से पीजी कर रही थी। वहां पढ़ाई के दौरान अपने सहपाठी से ही उसको घाणी मुहब्बत हो गयी।

सूत्र बताते हैं कि वह उसी डॉक्टर से शादी करना चाहती थी और अपनी पसंद का इजहार अपने घरवालों से भी कर दिया था।लेकिन घरवालों को यह रिश्ता पसंद नहीं था। घरवाले सिनग्धा की ईच्छा के विपरीत किशनगंज के वर्तमान डीएम महेंद्र प्रसाद से शादी तय कर दी। पहली नजर में सिनग्धा की मुहब्बत की बलि इस मौत की वजह दिख रही है। लेकिन हमने कई सूत्रों से जानकारी इकट्ठी की है जिसके मुताबिक सिनग्धा उदयगिरि अपार्टमेंट कई दफा जा चुकी थी। या तो यह स्थल रैकी थी, या फिर वह वहां किसी से मिलने जाती थी। पुलिस के लिए यह जानना बेहद जरूरी है कि सिनग्धा उस अपार्टमेंट में अगर पहले जा रही थी,तो उसका मिलना किससे हो रहा था। इस मामले में सबसे अहम बात यह है कि सिनग्धा ने आत्महत्या से पहले अपना चश्मा और चप्पल क्यों उतार दिए और आखिर वहां अपना मोबाइल क्यों छोड़ा? कयास यह भी लगाया जा रहा है कि घटना के वक्त उस जगह पर सिनग्धा के साथ कोई और था, जिससे उसकी बातचीत हो रही थी और कोई ऐसी परिस्थिति बनी जब आत्महत्या या फिर हत्या की पटकथा लिखी गयी।

हम अभीतक इस मामले को ना तो आत्महत्या मान रहे हैं और ना ही हत्या को लेकर जोर दे रहे हैं। सारे लक्षण आत्महत्या की ओर जरूर इशारे कर रहे हैं लेकिन चश्मा, चप्पल और मोबाइल कुछ और कहने की कोशिश कर रहे हैं। पुलिस के लिए यह मामला बेहद चुनौती भरा है। पुलिस को जांच के दायरे में सिनग्धा के प्रेमी डॉक्टर को भी लाना होगा। इसमें वैज्ञानिक अनुसंधान ज्यादा कारगर साबित होगा। पुलिस को सुसाईड केस मानकर इस मामले की फाईल तेजी से बन्द नहीं करनी चाहिए। इस मौत के पीछे बड़ी साजिश की बू आ रही है। पुलिस को बेहद संजीदगी से इस मामले की तह में उतरना होगा।

पीटीएन न्यूज मीडिया ग्रुप से सीनियर एडिटर मुकेश कुमार सिंह की “विशेष” रिपोर्ट

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