पाकुड़ जिले में पत्थर की अवैध माइनिंग की काफी शिकायत :
सिटी पोस्ट लाइव, पाकुड़: झारखंड के पाकुड़ जिले में सड़क, बिजली, पेयजल, शिक्षा, स्वास्थ्य क्षेत्र में सुधार की काफी संभावना है। इस वर्ष के अंत तक क्षेत्र के घर घर तक बिजली पहुंचा दी जायेगी। स्वच्छ पानी हमारी प्राथमिकता में है। यहाँ डिस्ट्रिक्ट माइनिंग फंड के तहत पाइपलाइन के माध्यम से स्वच्छ पानी पहुंचाने के काम में तेजी लाये। आदिम जनजाति परिवारों को भी पीने के पानी की सुविधा पाइपलाइन के माध्यम से पहुंचाया जाएगा। उक्त बातें मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कही। वे रविवार को पाकुड़ परिसदन सभागार में जिले में चल रही विकास योजनाओं की समीक्षा कर रहे थे।
कानून के दायरे में पत्थर खदानों को खनन का लाइसेंस मिलेगा
मुख्यमंत्री ने कहा कि यहाँ पत्थर की अवैध माइनिंग की काफी शिकायत है। कानून के दायरे में रहते हुए इन खदानों से खनन का लाइसेंस दिया जायेगा। इससे सरकार को भी राजस्व मिलेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि शिक्षा में सुधार के लिए गांव के पढ़े लिखे युवक-युवती को स्कूल में घंटी आधारित पढ़ाने के लिए रखें। शिक्षित होते ही उनके जीवन में बदलाव आ जाएगा। अधिकारियों को निर्देश दिया कि जो पारा शिक्षक काम पर वापस नहीं लौटता है, उन्हें नोटिस जारी कर बाहर करें। टेट पास युवाओं को बहाल करें।
युवाओं समूह बनाकर गव्य पालन के लिए आगे आएं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कृषि को आधुनिक तकनीक से करने पर आमदनी बढ़ायी जा सकती है। पाकुड़ से दो किसान इजरायल भेजे गए। वे नयी तकनीक सीख कर आये हैं। उन किसानों को मास्टर ट्रेनर बनाकर गांव गांव में किसानों को प्रशिक्षण दिलवाये। युवाओं का समूह बनाकर उन्हें गव्य पालन के लिए प्रेरित करें। इसी प्रकार सखी मंडल के माध्यम से महिलाओं को प्रशिक्षित कर उन्हें रोजगार से जोड़े।
अस्थिरता फैलाने नहीं दी जायेगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में कानून व्यवस्था के साथ किसी प्रकार की कोताही बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। राष्ट्र विरोधी शक्तियों को किसी कीमत पर पनपने नहीं दिया जायेगा। क्षेत्र में अस्थिरता फैलाने नहीं दी जायेगी। बांग्लादेशी घुसपैठ को रोकने और जोर जबरदस्ती से धर्मांतरण करने वाले पर विशेष नजर रखें। इस क्षेत्र में इसकी काफी शिकायतें आते हैं, जो भी जोर जबरदस्ती लालच के माध्यम से धर्मांतरण कराया, उनपर कार्रवाई करें। बैठक में उपायुक्त, पुलिस अधीक्षक समेत अन्य जिलास्तरीय अधिकारी उपस्थित थे।
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