रूक नहीं रहा है किसानों का शोषन, 28 वर्ष के बाद भी वापस नहीं हुई है जमा राशि
निजी नलकूप के लिए 28 वर्ष पहले 5 हजार किसानों ने जमा की थी 68.50 लाख
#citypostlive दरभंगा : दरभंगा से रणवीर की रिपोर्ट किसानों की समस्याओं के निदान के लिए सभी राजनीतिक दल अपने को समर्पित बताते हैं, लेकिन दरभंगा के 5 हजार ऐसे किसान हैं, जिनकी समस्याओं का निदान न तो राजद शासनकाल में हुआ और न ही राजग के शासनकाल में। महागठबंधन के शासन ने भी मुद्दा ज्यों का त्यों बना रहा। मामला 28 वर्ष पुराना है। डॉ. जगन्नाथ मिश्र के मुख्यमंत्रीकाल में किसानों के लिए 90 प्रतिशत अनुदान पर निजी नलकूप देने का निर्णय लिया गया। वर्ष 1990-91 में 1370 रूपये की दर से 5 हजार किसानों ने प्रखंडों में राशि जमा की, लेकिन इन किसानों को न तो बोरिंग मिला और न ही राशि लौटाई गई। इसी बीच मानवाधिकार संरक्षण प्रतिष्ठान के जिलाध्यक्ष प्रदीप कुमार चौधरी के नेतृत्व में किसानों के एक प्रतिनिधि मंडल जिलाधिकारी डॉ. चंद्रशेखर सिंह से मिलकर उन्हें सूद समेत किसानों की जमा राशि लौटाने के लिए ज्ञापन सौंपा। बतौर श्री चौधरी जिलाधिकारी ने उनकी बातों को गंभीरता से सुना और आवश्यक कारवाई करने का भरोसा दिलाया। उन्होंने जिलाधिकारी को बताया कि 12 प्रखंड कार्यालयों में 68.50 लाख रूपये किसानों ने जमा कराया था, जो प्रखंड के नजारत में पड़ा हुआ है। शिष्टमंडल ने दरभंगा-बहेड़ी, सिंघिया, रोसरा, पीडब्ल्यु सड़क के 24वें व 25वें किलोमीटर पर तालाब के निकट सड़क कटाव की मरम्मति की भी मांग की।
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