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सन ऑफ मल्लाह की राजनीतिक महत्वाकांक्षा, हेलीकॉप्टर से करेंगे राजनीतिक दौरा

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सन ऑफ मल्लाह की राजनीतिक महत्वाकांक्षा, हेलीकॉप्टर से करेंगे राजनीतिक दौरा

सिटी पोस्ट लाइव, समाचार विश्लेषण : पिछले लोकसभा और विधानसभा चुनाव में बीजेपी की सी टीम के कप्तान मुकेश साहनी ने अब अपनी पार्टी विकासशील इंसान पार्टी बना ली है। अब उनकी नई पार्टी लोकसभा चुनाव से पहले विभिन्य क्षेत्रों में SC/ST निषाद आरक्षण रैली’ करेगी। पहले चरण में 7 दिसंबर से बिहार के 5 लोकसभा क्षेत्रों में हेलिकॉप्टर से दौरा कर SC/ST निषाद आरक्षण रैली का आयोजन किया जाएगा। इससे पहले 4 नवंबर को पटना के गाँधी मैदान में निषाद आरक्षण महारैला में आए 5 लाख से ज्यादा लोगों ने रैली के रूप में एक कीर्तिमान स्थापित किया था। प्रदेश के राजनैतिक इतिहास में पटना के गाँधी मैदान में किसी एक जाति द्वारा ‘निषाद आरक्षण महारैला’ से विशाल रैली कभी नहीं हुई। उक्त बातें विकासशील इंसान पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष सन ऑफ मल्लाह मुकेश सहनी ने पटना के होटल मौर्या में पत्रकारों से बातचीत के दौरान कही।

सन ऑफ मल्लाह ने कहा कि पहले चरण में सुपौल, बगहा, खगड़िया, भागलपुर तथा अररिया में रैली का आयोजन किया जाएगा ।07 दिसंबर को सुपौल, 10 दिसंबर को बगहा,12 दिसंबर को खगड़िया,15 दिसंबर को भागलपुर और 17 दिसंबर को अररिया में हेलिकॉप्टर से दौरा कर सन ऑफ मल्लाह SC/ST निषाद आरक्षण रैली में शामिल होंगे। उनके मुताबिक प्रत्येक लोकसभा क्षेत्र में लाखों-लाख की संख्या में निषाद समाज के लोग रैली में शामिल होंगे ।तत्पश्चात फरवरी में बिहार के 15 और लोकसभा क्षेत्रों में रैली का आयोजन किया जाएगा। पत्रकारों के सवाल के जबाब में सन ऑफ मल्लाह ने कहा कि हमने यह घोषणा की है कि अगर कोई यह साबित कर दे कि पटना के गाँधी मैदान में किसी एक जाति द्वारा ‘निषाद आरक्षण महारैला’ से बड़ी रैली कभी हुई है तो, उसे 10 लाख रूपये का ईनाम दिया जाएगा। गठबंधन के सवाल पर उन्होंने कहा कि वे निषाद समाज का हित में ही कोई फैसला लेंगे। जो भी पार्टी या गठबंधन हमारी मांगों को मानकर हमें ज्यादा से ज्यादा प्रतिनिधित्व देगी हम उनके साथ गठबंधन करने की सोचेंगे। फिलहाल हम बिहार में गेम चेंजर ही भूमिका में हैं तथा कई पार्टियाँ हमारे साथ गठबंधन करने को आतुर हैं।

पत्रकारों को संबोधित करते हुए सन ऑफ मल्लाह ने कहा कि बिहार में निषाद समाज की 21 उपजातियां हैं जो 44 सरनेम से जानी जाती हैं। उन्होंने कहा कि 14.079%(1.70 करोड़) वोट बैंक के साथ निषाद समाज 2019 के चुनाव में प्रदेश की राजनीतिक दिशा-दशा तय करेगी। वीआईपी को जनता की पार्टी बताते हुए उन्होंने कहा कहा कि उनकी पार्टी निषाद आरक्षण सहित समाज के सारे वर्गों को हक और अधिकार दिलाने हेतु पर्याप्त राजनीतिक भागीदारी सुनिश्चित कर रही है। उन्होंने कहा कि 14.079% वोट के साथ बिहार की राजनीति में हमारा वर्चस्व है। आगामी चुनाव में निषाद समाज ही डिसाइडिंग फैक्टर साबित होगा ।सन ऑफ मल्लाह ने कहा कि राजनीति में जिसके पास वोट बैंक होता है वही वीआईपी होता है। 14.079% वोट बैंक के साथ बिहार की राजनीति में हमारा वर्चस्व है,इसलिए हमने पार्टी का नाम भी वीआईपी रखा है। सन ऑफ मल्लाह ने कहा कि विकाशसील इंसान पार्टी बिहार के सम्पूर्ण विकास के लिए संकल्पित है।

उन्होंने युवाओं के सर्वांगींण विकास पर जोर देते हुए ‘खुद बदलो,समाज बदलो,बिहार बदलो’ के नारा के माध्यम से समाज के युवाओं से बिहार की तरक्की के लिए आगे आने का आह्वान किया। साथ ही सभी जाति-धर्म के लोगों से विकाशसील इंसान पार्टी के साथ जुड़कर बिहार की उन्नति में भागीदार बनने की अपील की। संवाददाता सम्मलेन में विकाशसील इंसान पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ राजभूषण चौधरी, राष्ट्रीय प्रधान महासचिव छोटे सहनी, राष्ट्रीय सचिव तथा दलित नेता किशन चौधरी, राष्ट्रीय महिला उपाध्यक्ष स्वर्णलता सहनी, राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य आशीष यादव, अल्पसंख्यक प्रकोष्ट के प्रदेश सचिव इंतेखाब सुभानी सहित पार्टी के कई पदाधिकारी उपस्थित रहे। इस पत्रकार सम्मेलन के बहाने मुकेश सहनी ने राज्य और देश की बड़ी पार्टियों को यह संदेश देने की कोशिश की है कि कोई पार्टी उन्हें हल्के में लेकर नहीं चलें। हम पिछले लोकसभा और विधानसभा की चर्चा कर रहे हैं जिसमें जाप के संरक्षक पप्पू यादव बीजेपी की “बी”टीम और मुकेश सहनी “सी”टीम के कप्तान थे। लेकिन इनदोनों टीम ने बीजेपी को फायदे की जगह नुकसान ही पहुंचाया।

उस समय जीतन राम मांझी बीजेपी के लिए एक अलग से कुनैन की गोली थे। मुकेश सहनी बीजेपी के बड़े नेताओं के साथ जमकर चुनाव प्रचार में हेलीकॉप्टर से घूमे लेकिन वे निषाद समाज के वोट को समेटने में कामयाब नहीं हो सके। ठीक इसी तरफ पप्पू यादव की भगीरथ कोशिशों के बाद भी यादव वोट नहीं टूट सका। जीतन राम मांझी महादलितों को लुभाने में पूरी तरह से फेल हो गए। इसबार बीजेपी गठबंधन में नफा-नुकसान को करीने से तौलकर किसी भी पार्टी को साथ लेगी। लेकिन मुकेश सहनी नई पार्टी बनाकर आरक्षण के नाम पर निषाद समाज को लुभाकर एकजुट करने के अभियान में जुट गए हैं। बिहार में बीजेपी और जदयू को मुकेश सहनी कड़ी चुनौती देते दिख रहे हैं। वैसे राजद और कांग्रेस की नजर भी मुकेश सहनी पर टिकी है। आने वाले समय में मुकेश सहनी का हेलीकॉप्टर किस पार्टी कार्यालय पर उतरकर ठहरेगा, यह देखना दिलचस्प होगा। लेकिन अभी मुकेश सहनी अपनी ताकत बढ़ाने में लगे हैं जिससे सबसे ज्यादा नुकसान पप्पू यादव का होता दिख रहा है। अभी कोई भी भविष्यवाणी करना, जल्दबाजी होगी। लोकसभा चुनाव आते-आते जनता को राजनीति के अभी कई रंग देखने हैं।

पीटीएन न्यूज मीडिया ग्रुप से सीनियर एडिटर मुकेश कुमार सिंह की “विशेष” रिपोर्ट

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