#citypostlive दरभंगा : ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय के कुलसचिव कर्नल निशीथ कुमार राय ने कहा कि अच्छे शिक्षक के रूप में प्रतिष्ठापित होने के लिए सुनने की क्षमता को विकसित करना चाहिए। वे आज यूनीसेफ तथा ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय के संयुक्त तत्वाधान में पांच दिवसीय स्वयं को समझो विषय पर आयोजित कार्यशाला के समापन सत्र को संबोधित करते हुए उक्त बातें कही। उन्होंने कहा कि सरकार ने बिहार लोक सेवा आयोग द्वारा नए प्रतिभावान शिक्षकों की नियुक्ति की है। उन पर बहुत जिम्मेवारी है। सरकार तथा विश्वविद्यालय को उनसे काफी उम्मीदें भी है। शिक्षा तथा समाज में इन शिक्षकों के माध्यम से परिवर्तन लाने मे इनका विशेष एवं महत्वपूर्ण माध्यम है। उन्होंने कहा कि छात्रों में आत्मविश्वास बने इसमें शिक्षकों को अपनी भूमिका अदा करनी चाहिए। सामान्यतया देखा जाता है कि शिक्षकों में सुनने की क्षमता की कमी रहती है। जबतक शिक्षक छात्रें को नही सुनेगे तबतक उनकी जिज्ञासा को वे पूरा नहीं सकते है। उन्होंने कहा कि आज मे जिंदा रहें कल कभी नहीं होता है। इस अवसर पर कार्यशाला के अनुभवों को सुनाते हुए कार्यशाला के प्रतिभागी निधि वत्स ने कि यह कार्यशाला उनके जीवन में एक नया आयाम दिया है। जिन्दगी में एक मानव की कई प्रकार की भूमिका होती है। परन्तु सर्वप्रथम सभी भूमिकाओं से महत्वपूर्ण एक श्रेष्ठ मानव होना जरूरी है। यह कार्यशाला सकारात्मक सोच बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभायी है। आगत अतिथियों का स्वागत करते हुए दूरस्थ शिक्षा निदेशालय के निदेशक डॉ. सरदार अरविंद सिंह ने कहा कि शिक्षकों को हर हमेशा सीखने की प्रवृति होनी चाहिए। साथ ही संस्था के प्रति हमेशा सकारात्मक सोच एवं प्रवृति रखनी चाहिए। जिसके फलाफल में यह कार्यशाला अपनी महत्वपूर्ण भूमिका अदा की है। इस अवसर पर कार्यशाला के समन्वयक डॉ. शम्भु प्रसाद को सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में मंच संचालन अखिलेश मिश्र ने किया।
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