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उपेंद्र कुशवाहा को PM मोदी- राहुल गांधी से भी नहीं मिला टाइम, अब कैसे लेगें बड़ा फैसला?

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उपेंद्र कुशवाहा को PM मोदी- राहुल गांधी से भी नहीं मिला टाइम, अब कैसे लेगें बड़ा फैसला?

सिटी पोस्ट लाइव : उपेन्द्र कुशवाहा का एनडीए को दिया हुआ अल्टीमेटम कल खत्म होने वाला है. लेकिन अबतक उपेन्द्र कुशवाहा से बातचीत के लिए न तो बीजेपी ने कोई पहल शुरू की है और ना ही प्रधानमंत्री ने उन्हें मिलने का समय दिया है.सूत्रों के अनुसार  पीएम नरेन्द्र मोदी ने उपेन्द्र कुशवाहा को समय नहीं दिया है. ऐसे में अब कुशवाहा और उनकी पार्टी के लिए लोस चुनावों में सम्मान जनक सीट की एक आखिरी उम्मीद भी खत्म हो गर्इ् है.

गौरतलब है कि तीन बार दिल्ली जाने के बाद भी उपेंद्र कुशवाहा को बीजेपी राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने समय नहीं दिया था. ऐसे में कुशवाहा को नाराज होकर वापस बिहार लौटना पड़ा था. लोकसभा चुनावों में सीटों को लेकर उपेन्द्र कुशवाहा ने पीएम नरेंद्र मोदी से बात करने की बात कही थी. लेकिन अब खबर आ रही है कि पीएम ने उन्हे समय नहीं दिया है. ऐसे में कुशवाहा के पास जो आखिरी आस थी वो भी अब खत्म हो चुकी है. पीएम मोदी अभी चुनावों को लेकर व्यस्त चल रहे हैं इसी कारण उनकी ओर से कुशवाहा को टाइम नहीं दिया गया है.

सूत्रों के अनुसार उपेन्द्र कुशवाहा डेटलाइन ख़त्म हो जाने के बाद भी कोई बड़ा फैसला नहीं ले पायेगें. उन्होंने 4-5 दिसंबर को बाल्मीकि नगर में पार्टी की महत्वपूर्ण बैठक कर रहे हैं. पहले कुशवाहा इसी बैठक में फैसला लेने वाले थे कि उन्हें महागठबंधन में जाना है या NDA में ही बने रहना है. लेकिन सूत्रों के अनुसार अब इस बैठक में कुशवाहा कोई फैसला नहीं ले पायेगें. दरअसल, अभीतक न तो BJP के साथ सीटों को लेकर उनकी बात बन पाई है और ना ही महागठबंधन से उनकी बात बन पाई है. दरअसल, कुशवाहा महागठबंधन में जाने के पहले राहुल गांधी से मिलना चाहते हैं. शरद यादव उनकी राहुल गांधी से बैठक करवाने वाले हैं. लेकिन चुनाव में व्यस्त होने की वजह से अभीतक शरद यादव राहुल गांधी से समय नहीं ले पाए हैं.गौरतलब है कि शरद यादव अपनी पार्टी का विलय उपेन्द्र कुशवाहा की पार्टी में करना चाहते हैं. इस संबंध में फैसला भी हो चूका है.

गौरतलब है कि दिल्ली में बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह और जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार ने  बीजेपी और जेडीयू के बराबर-बराबर  सीटों पर चुनाव लड़ने का एलान कर दिया था.उसी के बाद से उपेन्द्र कुशवाहा नाराज चल रहे हैं क्योंकि जेडीयू-बीजेपी के फिफ्टी-फिफ्टी सीटों पर चुनाव लड़ने के साथ साथ उपेन्द्र कुशवाहा की सीट में कटौती की खबर भी आई थी. इसी खबर के बाद उपेन्द्र कुशवाहा बीजेपी के बिहार प्रभारी भूपेंद्र यादव से खबर को कन्फर्म करने के लिए मिले थे. जब खबर कन्फर्म हो गई तो उन्होंने बीजेपी के साथ साथ जेडीयू के खिलाफ भी मोर्चा खोल दिया. उन्होंने यहाँ तक एलान कर दिया कि अब वो बीजेपी के किसी नेता से सीट शेयरिंग को लेकर बातचीत नहीं करेगें. उन्होंने लगे हाथ 30 नंबर का डेटलाइन भी दे दिया .अब वो डेटलाइन ख़त्म हो रही है. लेकिन बीजेपी की तरफ से बातचीत की कोई पहल नहीं की गई है.

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