CBI के उच्च अधिकारी को निर्देश देनेवाले मंत्री का नाम सार्वजनिक करे सरकार
सिटी पोस्ट लाइव : एकतरफ सुप्रीम कोर्ट सीबीआई निदेशक आलोक कुमार और विशेष निदेशक राकेश आस्थाना के बीच के विवाद से संबंधित सीवीसी की गोपनीय रिपोर्ट लीक हो जाने को लेकर नाराज है. वहीं दूसरी तरफ आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव के बेटे तेजस्वी यादव उस रिपोर्ट को सार्वजनिक करने की मांग कर रहे हैं. गौरतलब है कि सीबीआई ने चारा घोटाला मामले में बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव के खिलाफ मामला दर्ज किया था. उसी मामले में लालू यादव रांची जेल में सजा काट रहे हैं. लेकिन अब खुद सीबीआई कटघरे में खडी नजर आ रही है. खबर के अनुसार सीबीआई फोन टेपिंग प्रकरण में कथित तौर पर केंद्र सरकार के तीन मंत्रियो और दो मुख्यमंत्री सहित करी 34 VVIP का नाम सामने आ रहा है. इस प्रकरण पर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव, सीबीआई और सरकार से उन नेताओं के नाम का खुलासा करने की मांग रहे हैं.
गुरुवार सुबह लालू यादव के छोटे बेटे तेजस्वी यादव ने ट्वीट कर कहा है कि उस केंद्रीय मंत्री का नाम सार्वजनिक किया जाए जो CBI जैसी स्वायत्त संस्था में हस्तक्षेप कर हमारे केस संबंधित फ़ाइल अपने घर मंगवाता था. CBI निदेशक से मिलना चाहता था.CBI के उच्च अधिकारी को निर्देश देता था,चार्जशीट दाख़िल करने और गिरफ़्तारी में रुचि ले रहा था?
उस केंद्रीय मंत्री का नाम सार्वजनिक किया जाए जो CBI जैसी स्वायत्त संस्था में हस्तक्षेप कर हमारे केस संबंधित फ़ाइल अपने घर मंगवाता था, CBI निदेशक से मिलना चाहता था,CBI के उच्च अधिकारी को निर्देश देता था,चार्जशीट दाख़िल करने और गिरफ़्तारी में रुचि ले रहा था?https://t.co/4UyRtRTckO
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) November 22, 2018
गौरतलब है कि सीबीआई फोन टेपिंग प्रकरण में कथित तौर पर केंद्र सरकार के तीन मंत्रियो और दो मुख्यमंत्री सहित करी 34 VVIP का नाम सामने आ रहा है. इस फोन टेप एक मंत्री लालू यादव के केस में सीधे CBI ऑफिसर को आर्डर देते सुनाई दे रहा है. इसके आलावा दो अन्य मंत्री नीरव मोदी व विजय माल्या की पैरवी करते नजर आ रहे हैं. दूसरी ओर खबर आ रही है कि सीबीआई के ही एक टॉप अफसर ने किसी दूसरे राज्य की स्पेशल पुलिस इकाई से कुछ अधिकारियों का फोन टेप कराने का प्रयास किया था.
गौरतलब है कि सीवीसी की रिपोर्ट लीक हो जाने के बाद तेजस्वी यादव ने PMO और बिहार के उप-मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी पर जमकर निशाना साधा था. तेजस्वी यादव ने त्वित कर आरोप लगाया था कि सीबीआइ निदेशक ने बिहार में हारे हुए अफ़वाह मियां सुशील मोदी पीएमओ अधिकारी से मिलकर सीबीआई से उनके केस का फ़ॉलोअप कर रहे थे? तेजस्वी यादव ने पूछा था कि क्या अब ऐरा गैरा नत्थू खैरा कोई भी भाजपाई सीबीआइ को डिक्टेट करेगा? उन्होंने कहा है कि राजनीति में फंसाने और बचाने की यह एक ग़लत परिपाटी शुरू हुई है. इसके अनेकों दुष्प्रभाव होंगे.तेजस्वी ने कहा है कि वो लगातार कह रहे थे कि नीतीश कुमार भाजपा के साथ मिलकर घिनौना षड्यंत्र रच रहे है. अब उनकी नंगई उजागर हो गई है. हमसे पब्लिक डोमेन में स्पष्टीकरण मांग रहे थे कि सीबीआइ ने केस किया है अब तो सीबीआइ निदेशक ने ही सच बोल दिया है अब कुटिल कुमार क्या कहेंगे ? है शर्म क्या श्रीमान अनैतिक कुमार?
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