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टीकाकरण के बाद डेढ़ माह के बच्चे की मौत, चिकित्सा पदाधिकारी ने जांच का दिया भरोसा

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टीकाकरण के बाद डेढ़ माह के बच्चे की मौत, चिकित्सा पदाधिकारी ने जांच का दिया भरोसा

सिटी पोस्ट लाइव : बुधवार की सुबह प्रखंड के रामपुर पंचायत अंतर्गत मनिया कहार टोला में डेढ़ माह के बच्चे की मृत्यु हो गई. मृत्यु के बाद राज्य सहित ग्रामीणों ने आरोप लगाया की मंगलवार के दिन नियमित टीकाकरण सुई दी गई थी. सुई लगाने के बाद रात में तेज बुखार आ गया और बुखार के बाद बच्चे के मुंह से ब्लड निकलने लगा, जिसके बाद उसकी मौत हो गई. मृतक बालक का नाम आयुष कुमार पिता बंटी राम है. ग्रामीण सुबह 4:00 बजे बालक की मौत के बाद चर्चाओं का बाजार गर्म हो गया. ग्रामीणों का आरोप था कि बच्चे को टीकाकरण के बाद पेरासिटामोल की टेबलेट नहीं दी गई थी, जिसके कारण बच्चे को तेज बुखार आया और बाद में उसकी मौत हो गई.

आक्रोशित ग्रामीणों ने इस बात को लेकर लिखित आवेदन देकर स्वास्थ्य विभाग को जिम्मेदार ठहराया. सूचना प्राप्त होते ही चिकित्सा पदाधिकारी द्वारा डॉक्टर उमा प्रसाद एवं मैनेजर सत्येंद्र प्रसाद एंबुलेंस के साथ घटनास्थल पर पहुंचे. वहां ग्रामीणों के साथ मुखिया प्रतिनिधि अमित चंद्रा पूर्व मुखिया विराम चौधरी पंचायत समिति सदस्य प्रतिनिधि संतोष कुमार आदि मौजूद थे. चिकित्सक ने जांच पड़ताल कर बताया कि टीकाकरण के बाद बच्चे को सामान्य बुखार आता है. बुखार के कारण ही बच्चे की मौत हुई है, यह कहना उचित नहीं है. क्योंकि उसी भाईल से अन्य 5 बच्चे को टीकाकरण किया गया है. जिस में मृत बालक के भाई डेढ़ वर्षीय अंकुर कुमार भी शामिल है. वहां के भी सभी बच्चे सामान्य बुखार से प्रभावित है.

मनिया गांव में टीकाकरण बच्चों की सूची सौरभ कुमार पिता बलराम राम उम्र 2 वर्ष, आदित्य राज पिता दीपक राम उम्र 3 माह, सोनाक्षी कुमारी पिता विपिन राम उम्र 3 माह, चिंटू कुमार उर्फ रितेश कुमार पिता चंदन राम उम्र 8 माह, अमन कुमार पिता राकेश राव उम्र 4 माह, अंकुश कुमार पिता बंटी राम डेढ़ साल, शुभम कुमार पिता प्रिंस कुमार शर्मा डेढ़ वर्ष, वही मृत्य बालक आयुष कुमार पिता बंटी राम उम्र डेढ़ माह शामिल है. मृतक की मां ममता देवी ने कहा कि हमारे बच्चे को कल 3:00 सुई लगाया गया और घर आने के बाद बच्चे को बुखार आ गया. एनएमके द्वारा कहा गया था बुखार आने पर पेरासिटामोल टेबलेट या सिरप देना है. लेकिन दवाई नहीं रहने के कारण पेरासिटामोल की दवाई नहीं दे सके.

चिकित्सा पदाधिकारी उपेंद्र प्रसाद सिंह ने बताया की मंगलवार को चार जगहों पर नियमित टीकाकरण कराया गया जिसमें कुल  46 बच्चे बच्चे का टीकाकरण हुआ सभी बच्चे को एक ही बैच नंबर की दवा पेंटावेलेंट दी गई. कहीं से और कोई शिकायत नहीं आई है. आयुष कुमार की मौत नियमित टीकाकरण के कारण नहीं हुई है. अन्य किसी कारण से बच्चे की मौत हुई है. टीकाकरण के बाद बच्चों को बुखार आने पर पेरासिटामोल की टेबलेट दी जानी थी, क्यों नहीं दी गई यह जांच कर कार्रवाई की जाएगी.

मुंगेर से अभिषेक कुमार की रिपोर्ट

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