City Post Live
NEWS 24x7

बीमारी का बहाना बनाकर जेल जाने से नहीं बच पाई मंजू वर्मा, डॉक्टर ने बता दिया फिट

-sponsored-

-sponsored-

- Sponsored -

बीमारी का बहाना बनाकर जेल जाने से नहीं बच पाई मंजू वर्मा, डॉक्टर ने बता दिया फिट

सिटी पोस्ट लाइव : पिछले कई महीनों से पुलिस के साथ लुकाछिपी खेल रही बिहार सरकार की पूर्व समाज कल्याण मंत्री मंजू वर्मा ने आज कोर्ट में सरेंडर कर दिया. मंजू वर्मा ने अलग अंदाज में कोर्ट में सरेंडर किया. मंजू वर्मा ने पुलिस से बचने के लिए ऑटो में बैठकर बुरका पहने कोर्ट में पहुंची. कोर्ट में सरेंडर कर देने के बाद ही पुलिस को भनक लगी. मंजू वर्मा ने बढे दबाव की वजह से सरेंडर तो कर दिया लेकिन वो जेल जाने से बचने की कोशिश करती दिखीं. बार बार वो तबियत खराब होने , गिरने और विक्षिप्त होने और सीने में दर्द की शिकायत करती रहीं. मंजू वर्मा जेल जाने से बचने के लिए हाई वोल्टेज ड्रामा करती रहीं.

लेकिन मंजू वर्मा के लुकाछिपी से परेशान और उनकी गिरफ्तारी नहीं होने को लेकर फजीहत झेल रही पुलिस ने उन्हें बहाना बनाने का कोई मौका नहीं दिया. पुलिस ने उनका मेडिकल चेकअप कराकर ये साबित कर दिया कि वो बिकुल स्वस्थ हैं. उनका ब्लड प्रेशर और ब्लड सुगर ,सबकुछ सामान्य है. लगे हाथ डॉक्टर ने रिपोर्ट भी दे दी. यानी अपने तमाम हाई-वोल्टेज ड्रामा की वजह से मंजू वर्मा जेल जाने से नहीं बच सकीं.

गौरतलब है कि मुजफ्फरपुर बालिका गृह कांड से उनके पति के तार जुड़ने के बाद, पति ने तो जेल में अपना ठिकाना बना लिया लेकिन आर्म्स एक्ट मामले में मंजू वर्मा फरार चल रही थीं. वही मंजू वर्मा की फरारी को लेकर विरोधी दल लगातार यह आरोप लगा रहे थे कि मंजू वर्मा सूबे के मुखिया नीतीश कुमार के घर में छुपी हुई है. अब जबकि मंजू वर्मा समर्पण कर चुकी हैं, तो आगे यह देखना बेहद दिलचस्प होगा कि पुलिस उन्हें कब रिमांड पर लेती है और आगे उनसे क्या-क्या पूछताछ करती है.

राजनीतिक समझ वाले लोगों की निगाह इस बात पर भी टिकी है कि मंजू वर्मा को अदालत इस मामले में कितना दोषी मानती है और क्या सजा मुकर्रर करती है. वैसे मंजू वर्मा के आत्मसमर्पण से जदयू ने राहत की गहरी सांस ली है. लम्बे समय तक पुलिस को चकमा देते हुए मंजू वर्मा ने आखिरकार थक हारकर कोर्ट में सरेडर कर ही दिया.
बताते चलें मामले की निगरानी कर रहे सुप्रीम कोर्ट ने मंजू वर्मा को अबिलम्ब गिरफ्तार करने का आदेश दिया था. जब दो महीने बाद भी मंजू वर्मा गिरफ्तार नहीं हुई तो सुप्रीम कोर्ट ने बिहार के dgp को नोटिस जारी कर 27 नवम्बर तक मंजू वर्मा की गिरफ्तारी सुनिश्चित करने का निर्देश दिया. सुप्रीम कोर्ट की फटकार के बाद बिहार पुलिस सक्रीय हुई. पिछले कई दिनों से उनके ठिकानों पर छापेमारी कर रही थी. तब जाकर मंजू वर्मा आज कोर्ट में सरेंडर करने पहुंची.

- Sponsored -

-sponsored-

-sponsored-

Comments are closed.