बिहार में अब सुरक्षित नहीं हैं कलाकार, खेसारी और छैला बिहारी के बाद पवन सिंह पर हमला
सिटी पोस्ट लाइव : भोजपुरी के स्टार कलाकार और गायक खेसारी लाल यादव के साथ एक कार्यक्रम के दौरान मारपीट और उत्पात की घटना पर कोई कारवाई भी नहीं हुई थी, कि उससे पहले खगड़िया स्थित लोक गायक सह अभिनेता सुनील छैला बिहारी के घर पर अज्ञात अपराधियों ने ताबड़तोड़ गोलियों की बरसात कर दी. अब असामाजिक तत्वों ने भोजपुरी कलाकार पवन सिंह को अपना निशाना बनाया है. असामाजिक तत्वों ने भोजपुरी के स्टार कलाकार पवन सिंह पर हमला हमला बोल दिया. मिली जानकारी के मुताबिक पवन सिंह बक्सर के डुमरांव में स्टेज शो में भाग लेने पहुंचे थे. लेकिन पवन सिंह के कार्यक्रम के दौरान अचानक से कुछ असामाजिक तत्वों ने हमला बोल दिया.कार्यक्रम के बीच में ही कुर्सियां फेंकी जाने लगी और ना केवल जमकर तोड़फोड़ की गई बल्कि भयंकर उत्पात भी मचाये गए.
यही नहीं उपद्रवियों ने पवन सिंह की गाड़ी पर हमला भी बोला. ईंट से पवन सिंह के दोस्त की गाड़ी की शीशे तोड़ दिए गए. यहां तक के पवन सिंह के साथ आए कलाकारों पर भी हमला बोला गया. बताया जाता है कि जैसे-तैसे पवन सिंह जान बचाकर भागने में कामयाब हो पाए. मौके पर मौजूद लोगों ने बताया कि पवन सिंह पर ईंट भी फेंकी गई थी लेकिन पवन सिंह का सिर फटने से बच गया. जाहिर तौर पर भोजपुरी के स्टार कलाकार और गायक पवन सिंह जैसे-तैसे खुद को बचाकर वहां से निकले और बनारस पहुंचे. आपको बता दें कि इससे पहले खेसारी लाल यादव के कार्यक्रम में भी असामाजिक तत्वों ने उनपर जानलेवा हमला बोला था और खेसारी लाल यादव की गाड़ी के सारे शीशे तोड़ दिए थे.
खेसारी लाल यादव ने उस घटना को बेशर्मी से जातीय रंग दे दिया था. उन्होंने उनके साथ घटी घटना को लेकर पहले सुधीर सिंह पर आरोप लगाए की सुधीर सिंह ने समझ-बूझकर उनपर जान लेने की नीयत से हमला करवाया था. बाद में उनके सुर बदल गए और उन्होंने पूरी राजपूत जाति को ही लपेट लिया और कहा कि राजपूत उन्हें यादव समझकर मार देना चाहते हैं. इस मामले में सुधीर सिंह मीडिया के सामने आए और खुलकर कहा कि उन्हें भोजपुरी के अश्लील गानों से नफरत है और वे इसके खिलाफ हैं. अश्लील भोजपुरी गीत गाने वाले किसी भी जाति के होंगे, तो वे उसका विरोध करेंगे ही. सुधीर सिंह ने खेसारी लाल को अपना भाई बताते हुए अपने घर आने का न्योता भी दिया था. इस मामले को यादव सेना ने काफी गम्भीरता से लिया था और खेसारी लाल के पक्ष में किसी हद तक जाने की बात कही थी.
खेसारी लाल को इनदिनों राजनीति का नशा चढ़ा हुआ है और वे राजद को अपना परिवार मानते हैं. अब अपनी राजनीतिक जमीन तैयार करने के लिए जातीय उन्माद फैलाना कहीं से भी जायज नहीं है. अब जबकि सुनील छैला बिहारी के घर पर हमले हुए हैं और पवन सिंह के कार्यक्रम में हमले हुए हैं, तो कोई सेना आगे क्यों नहीं आ रही है? यादव सेना को इनदोनों घटनाओं को भी देखना चाहिए. सुनील छैला बिहारी और पवन सिंह से हमने मोबाइल पर लंबी बातचीत की. छैला बिहारी ने कहा कि उनसे जलने वाले लोगों ने इस घटना को अंजाम दिया है. पुलिस को अपराधियों को दबोचकर कड़ी कारवाई करनी चाहिए. वैसे वे भी हथियार रखते हैं और चलाना भी जानते हैं. अगर इस तरह की घटना की पुनरावृत्ति हुई, तो जबाब वे खुद से देंगे.
पवन सिंह ने खुद के साथ घटी घटना पर बेहद अफसोस जताया और कहा कि कलाकार किसी जाति का नहीं होता है.कलाकार तो सभी जातियों के लोगों के बीच खुशी और मनोरंजन बांटते हैं. उनकी नजर में,बिहार की स्थिति जातीय आधार पर इनदिनों ठीक नहीं है. अगर यही हाल रहा, तो बिहारी कलाकार भी बिहार आने से परहेज करेंगे. ऐसे मामलों में सूबे की सरकार को सीधे दखल देना चाहिए. वाकई बिहार का आलम और मंजर बेहद बदला-बदला सा है. सूबे के मुखिया नीतीश कुमार को ऐसे मामलों में गंभीरता दिखानी चाहिए. एकतरफ आप बिहार में फिल्म इंडस्ट्री लगाना चाहते हैं और बड़े फिल्मकारों को बिहार में आकर फिल्मांकन के लिए सादर बुलाते हैं और दूसरी तरफ यहाँ कलाकार ही सुरिक्षत नहीं हैं. अब छैला बिहारी और पवन सिंह के लिए कोई सेना विगुल फूंके, उससे पहले ही सरकार को संज्ञान लेकर बड़ी कारवाई का रास्ता बनाना होगा. गौरतलब है कि सूबे में सुशासन पर गुंडा तंत्र हावी है, जो कहीं से भी सुखद संदेश नहीं दे रहा है.
पीटीएन न्यूज मीडिया ग्रुप के सीनियर एडिटर मुकेश कुमार सिंह
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