City Post Live
NEWS 24x7

कोड़ा के आने से कोल्हान की कांग्रेस राजनीति में नया मोड़

- Sponsored -

- Sponsored -

-sponsored-

कोड़ा के आने से कोल्हान की कांग्रेस राजनीति में नया मोड़

सिटी पोस्ट लाइव, रांची : झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोड़ा की अगुवाई वाली जय भारत समानता पार्टी के कांग्रेस में विलय होने से राज्य के खासकर कोल्हान प्रमंडल की राजनीति में एक नया मोड़ आ गया है। कांग्रेस पार्टी के सहयोग से 18 सितम्बर 2006 को झारखंड में निर्दलीय मुख्यमंत्री बनने का रिकार्ड बनाने वाले कोड़ा की पार्टी की एक मात्र विधायक उनकी पत्नी गीता कोड़ा पहले ही कांग्रेस में शामिल हो गयी थीं| उसके बाद गुरुवार को चाईबासा के कांग्रेस भवन में आयोजित एक कार्यक्रम में उन्होंने पूरी पार्टी को कांग्रेस में विलय करा दिया। इस अवसर पर मधु कोड़ा ने कहा कि वह एक कार्यकर्ता के नाते इस अवसर पर मौजूद हैं। हालांकि कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार ने कोड़ा को फूलों की माला पहनाकर उनका स्वागत किया। कोड़ा ने कहा कि जब उनकी पार्टी का लीडर गीता कोड़ा पहले ही दिल्ली में कांग्रेस में शामिल हो गयी थीं तो उन्होंने पूरी पार्टी का कांग्रेस में विलय करा दिया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के प्रति उनके मन में श्रद्धा है तथा भाजपा सरकार की दमनकारी नीतियों के विरोध की भी जरूरत है। उन्होंने आरोप लगाया भाजपा समाज को बांट रही है और विरोध की आवाज उठाने वालों को केस में फंसा रही है। कोल्हान में कांग्रेस के कभी दिग्गज नेता रहे बागुन सुम्ब्रई के निधन के बाद पार्टी में बड़े नेताओं का अभाव रहा है। ऐसे में गीता कोड़ा का पार्टी में आना और मधु कोड़ा का समर्थन कांग्रेस के लिए मजबूती का कारण बन सकता है। मधु कोड़ा वर्ष 2009 में चाईबासा से लोकसभा चुनाव जीते थे लेकिन फिर भ्रष्टाचार के मामले में जेल जाने और तमाम तरह की परेशानियों के कारण वह 2014 का लोकसभा चुनाव हार गए। लेकिन वह अपनी पत्नी गीता कोड़ा को दूसरी बार जगरनाथपुर से विधायक बनाने में सफल रहे। कोल्हान की राजनीति में कभी मधु कोड़ा भाजपा की सबसे मजबूत कड़ी होते थे। लेकिन वर्ष 2006 में अर्जुन मुंडा से विवाद के कारण उन्होंने भाजपा से नाता तोड़ लिया| फिर कांग्रेस और अन्य दलों के सहयोग से निर्दलीय मुख्यमंत्री बने थे। मधु कोड़ा पर भ्रष्टाचार के कई गंभीर आरोप लगे और तब कांग्रेस ने उनसे किनारा कर लिया। लेकिन एक बार फिर सियासत की जरूरत और चुनावी समीकरण को ध्यान में रखते हुए कांग्रेस ने मधु कोड़ा की पार्टी को अपने में विलय कराकर एक नयी राजनीतिक चाल चलने की कोशिश की है। गीता कोड़ा ने दावा किया कि वह कोल्हान की हवा को बदल देंगी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी ही भाजपा को बोरिया बिस्तर समेटने पर मजबूर कर सकती है। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार ने संकेत दिया है कि गीता कोड़ा चाईबासा लोकसभा क्षेत्र से कांग्रेस उम्मीदवार हो सकती हैं। हालांकि झारखंड में महागठबंधन बनाने को लेकर चल रही चर्चा में झारखंड मुक्ति मोर्चा ने भी चाईबासा सीट पर कांग्रेस के सामने अपनी दावेदारी रखी है। इस बीच भारतीय जनता पार्टी के महामंत्री दीपक प्रकाश ने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने मधु को ले लिया और कोड़ा को छोड़ दिया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी मधु कोड़ा की पूरी पार्टी को निगल गयी और केवल कोड़ा को छोड़ दिया। उन्होंने कहा कि गीता कोड़ा भी कांग्रेस के दलदल में फंस गयी हैं।

- Sponsored -

-sponsored-

-sponsored-

Comments are closed.