RJD में पप्पू यादव की नो एंट्री, BJP नहीं दे रही भाव और कांग्रेस तेजस्वी के दबाव में लाचार
सिटी पोस्ट लाइव : बिहार की सियासत में सबसे ज्यादा एक्टिव रहनेवाले और हर छोटी बड़ी समस्या को लेकर सड़क पर नजर आनेवाले जाप के संरक्षक ,मधेपुरा सांसद सबसे ज्यादा कठिन राजनीतिक चुनौती के दौर से गुजर रहे हैं. पहले तो वो कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष पद के उम्मीदवार थे. जब बात नहीं बनी तो महागठबंधन में कांग्रेस के जरिये घुसाने की कोशिश की. अबतक वो इसको लेकर तीन बार बिहार कांग्रेस के प्रभारी शक्ति सिंह गोहिल से मिल चुके हैं.लेकिन बात नहीं बन रही क्योंकि तेजस्वी यादव ने उनकी इंट्री पर पूरी तरह से रोक लगा दी है. सूत्रों के अनुसार कांग्रेस पप्पू यादव को साथ लेकर चलाना चाहती है लेकिन तेजस्वी यादव उन्हें किसी भी सूरत में महागठबंधन में लेने को तैयार नहीं हैं.
गौरतलब है कि पप्पू यादव को बीजेपी भी ज्यादा तरजीह नहीं दे रही है क्योंकि उसे बखूबी पता है कि इसबार यादव पूरी तरह से लालू यादव के पक्ष में गोलबंद हैं . ऐसे में पप्पू यादव के पास दो ही रास्ते हैं. एक रास्ता है किसी तरह से महागठबंधन में घुसने का और दूसरा अकेले चुनाव मैदान में उतरने का. जिस तरह से पप्पू यादव तेजस्वी यादव पर हमला करते रहे हैं, उनका महागठबंधन में इंट्री मुश्किल है. ऐसे में उनके पास अकेले चुनाव मैदान में उतरने के सिवा और कोई रास्ता फिरहाल नहीं दिख रहा. पप्पू यादव की समय की नजाकत को समझाते हैं. अब वो लगातार लालू यादव की तारीफ़ कर रहे हैं लेकिन अभी भी वो तेजस्वी यादव और तेजप्रताप यादव को नहीं पचा पा रहे.
दरअसल, पप्पू यादव के साथ उनकी बिरादरी के युवा वोअत्र तो खड़े हैं लेकिन लालू यादव या उनके परिवार के विरोध में खड़ा होने को तैयार नहीं हैं. सबसे बड़ी समस्या ये है कि पप्पू यादव बहुत ज्यादा सक्रीय तो हैं लेकिन राजनीतिक गठजोड़ को लेकर उनकी कोई स्पष्ट रणनीति नहीं दिखती है. बीजेपी-आरजेडी दोनों के खिलाफ मोर्चा खोले रहते हैं. कांग्रेस के खिलाफ नहीं बोलते लेकिन कांग्रेस तेजस्वी यादव की मर्जी के खिलाफ उनकी मदद करने की हैसियत नहीं रखती है.
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