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उपेन्द्र कुशवाहा को अपने साथ लाना चाहती हैं कांग्रेस, मदन मोहन झा ने दिया खुल्ला ऑफर

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उपेन्द्र कुशवाहा को अपने साथ लाना चाहती हैं कांग्रेस, मदन मोहन झा ने दिया खुल्ला ऑफर

सिटी पोस्ट लाईव : 2019 के लोक सभा चुनाव को लेकर जोड़तोड़ की राजनीति जोरशोर से चल रही है. सीटों के बटवारे को लेकर एनडीए के घटक दलों के बीच घमाशान जारी है. उपेन्द्र कुशवाहा की वजह से केवल एनडीए ही नहीं बल्कि महागठबंधन में सीटों का बटवारा नहीं हो पा रहा है. उपेन्द्र कुशवाहा एनडीए में रहेगें या महागठबंधन में जायेगें, इसको लेकर दोनों तरफ कुशवाहा पेंच फंसा हुआ है.आरजेडी के साथ तो उपेन्द्र कुशवाहा की बात तो चल रही है .इस बीच कांग्रेस पार्टी ने अपने साथ आने का खुल्ला न्यौता कुशवाहा को दे दिया है.

जेडीयू- बीजेपी के बराबर बराबर सीटों पर चुनाव लड़ने के एलान के बाद से उपेन्द्र कुशवाहा लगातार आरजेडी के संपर्क में बने हुए हैं. उनके दल के एक वरीय नेता लालू यादव से समझौता को अंतिम रूप देने में जुटे हैं.अब कांग्रेस पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष मदन मोहन झा ने भी उपेन्द्र कुशवाहा को महागठबंधन की जगह कांग्रेस के साथ आने का खुल्ला ऑफर दे दिया है. मदन मोहन झां ने कहा कि उपेन्द्र कुशवाहा को कांग्रेस के साथ आकर महागठबंधन के साथ मिल जाना चाहिए और 2019 में एनडीए के खिलाफ लड़ना चाहिए.उन्होंने कुशवाहा से कहा कि वे केन्द्रीय मंत्रीमंडल से इस्तिफा दे दें और हमारे साथ आ जाए. उन्होंने कुशवाहा के दिल्ली जाने को लेकर कहा कि वे वहां राहुल गांधी से मिल कर उनमें अपना विश्वास जताएं .

गौरतलब है कि रालोसपा के अध्यक्ष ओर केन्द्रीय राज्य मंत्री उपेन्द्र कुशवाहा एनडीए में सीट शेंयरिंग को लेकर खुश नहीं हैं.  आज दिल्ली में उनकी अमित शाह के साथ बैठक होनी थी. लेकिन वो दिल्ली के लिए पतन में शाम में निकले और ये भी कह दिया कि मीटिंग का समय तय नहीं हुआ है. जाहिर है उपेन्द्र कुशवाहा अब सीटों के बटवारे को लेकर जल्दबाजी में नहीं हैं. वो इत्मीनान से आरजेडी के साथ बातचीत फाइनल करने के बाद बीजेपी के अमित शाह के साथ बैठना चाहते हैं ताकि वो तुरत फैसला ले सकें. लेकिन जिस तरह से बीजेपी ने नीतीश कुमार को ज्यादा तरजीह देना और उपेन्द्र कुशवाहा को नजर-अंदाज करना शुरू किया है आरजेडी से ज्यादा मोलभाव करने की स्थिति में कुशवाहा नहीं हैं. लालू यादव से बारगेनिंग करना बहुत आसान काम नहीं है.एकबार लालू यादव ने मज़बूरी भांप लिया तो फिर ज्यादा तरजीह देनेवाले नहीं हैं.

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