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राजनीतिक स्थिरता होगी तभी विकास होगा : रघुवर दास

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राजनीतिक स्थिरता होगी तभी विकास होगा : रघुवर दास

सिटी पोस्ट लाइव, कोडरमा : मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि पहले जो भी मुख्यमंत्री बनता था, सरकार बचाने में लगा रहता था। पर 2014 के बाद स्थिर सरकार देने का काम किया। स्थित सरकार का मजा भी मिल रहा है और राज्य का विकास भी दिख रहा है। रविवार को प्रदेश के मुख्यमंत्री रघुवर दास कोडरमा के इंदरवा में आयोजित जन चौपाल में लोगों से बात कर रहे थे। जन चौपाल में उन्होंने देश और राज्य के विकास के लिए राजनीतिक स्थिरता पर जोर दिया। कहा, स्थिर सरकार होगी तभी विकास होगा। देश में भी पिछले 20 साल तक मिलीजुली सरकार थी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में मजबूत और स्थिर सरकार बनी तो पूरी दुनिया में भारत का मान सम्मान बढ़ा। जन चौपाल के दौरान मुख्यमंत्री रघुवर दास ने विरोधी दलों पर हमला भी बोला। कहा, चुनाव नजदीक है। लोग जातिवाद और सम्प्रदायवाद का खेल खेलेंगे। जाति-संप्रदाय के नारे लगेंगे। फिर घोटाला होगा। उन्होंने कहा कि अब सोचने का समय आ गया है कि पिछले चार सालों में हमने किसी को लूटने नहीं दिया। जो झारखंड पहले लूट और भ्रष्टाचार के लिए पूरे देश और दुनिया में बदनाम था, अब एक भी आरोप कोई नहीं लगा सकता है। जन चौपाल में प्रदेश की शिक्षा मंत्री डॉ. नीरा यादव, विधायक जानकी यादव, विधायक मनोज यादव, जिप अध्यक्ष शालिनी गुप्ता के अलावा जिले के अधिकारी और अन्य जन प्रतिनिधि मौजूद थे।

भ्रष्टाचार से सबसे अधिक नुकसान गरीबों का
मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि भ्रष्टाचार से सबसे अधिक नुकसान गरीबों का हुआ, पर ऊपर के स्तर पर भ्रष्टाचार समाप्त हुआ है। नीचे अभी बाकी है। उन्होंने कहा कि बहुत संघर्ष करके मैं यहां तक पहुंचा हूं। सभी चीजें जानता हूं। ब्लॉक से अंचल तक भ्रष्टाचार है, पर आईटी एक ऐसा विभाग है जिससे भ्रष्टाचार खत्म कर सकते हैं। अब आपदा या अन्य मामलों में घर बैठे पैसे का भुगतान हो रहा है। खून पीने की जिनको आदत है, उन्हें इस व्यवस्था से परेशानी हो रही है और वही गड़बड़ी करने में भी लगे हैं। अब कोई भी काम ऑफलाइन नहीं होगा। उन्होंने डिजीटल और आईटी का अधिक से अधिक उपयोग करने को कहा।

झारखंड पहला राज्य जहां महिलाओं के नाम पर एक रुपये में 50 लाख की संपत्ती की रजिस्ट्री
मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि झारखंड देश का पहला राज्य है जहां एक रुपये में 50 लाख तक की सम्पत्ति की रजिस्ट्री महिलाओं के नाम होती है। राज्य में अबतक एक लाख 10 हजार रजिस्ट्री इस योजना के तहत हुए हैं। उन्होंने कहा कि झारखंड को विकसित राज्य की श्रेणी में लाना है। प्रधानमंत्री जी का आह्वान है कि ऐसा भारत बनाना है जहां कोई अशिक्षित, बेघर और बेरोजगार नहीं रहे। साल 2020 तक झारखंड में कोई भी बेघर नहीं रहेगा। प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत 40 हजार और आवास निर्माण का कैबिनेट से निर्णय लिया गया है। आवास निर्माण से मध्यम और निम्न वर्ग को आवास बनाकर दिया जाएगा।

नारी शक्ति का सम्मान करें
रघुवर दास ने कहा कि देश को आगे बढ़ाना है तो नारी शक्ति को आगे बढाना होगा। कुटुम्ब व्यवस्था और घर चलाने के लिए महिलायें ही आगे रहती हैं। अभिभावक भी इस बात का ख्याल रखें कि बेटा या बेटी दोनों को समान दृष्टि से देखें। बेटी को जरूर पढ़ाये। प्रधानमंत्री जी ने नारा दिया है बेटी पढ़ाओ, बेटी बचाओं…राज्य सरकार ने इस कड़ी को आगे बढ़ाते हुए नारा दिया…पहले पढ़ाई फिर विदाई। क्योंकि जितना अधिक बेटी पढ़ेगी देश उतना ही विकास करेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि पर्व त्यौहार व अन्य दिनों हम नारी शक्ति की पूजा करते हैं, उनके सम्मान में शीश नवाते हैं। इसलिए नारी सशक्तिकरण बेहद जरूरी है। सृष्टि की जननी का सम्मान सभी को करना चाहिए। बेटी ही या बेटा दोनों ही हमारा धन हैं। अगर एक बेटी पढ़ती है तो उसमें दो परिवारों में संस्कार का संचार करने की काबलियत होती है।

12 जनवरी तक एक लाख लोगों को रोजगार
मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि सभी को सरकारी नौकरी सम्भव नहीं है। राज्य के युवाओं और युवतियों को सरकार हुनरमंद बनाना चाहती है। कौशल विकास के माध्यम से यह कार्य सुनिश्चित किया जा रहा है। आप छोटी कम्पनी बनाकर अपने आयडिया को बंगलोर और अमेरिका तक को बेच सकते हैं। उन्होंने कहा कि 12 जनवरी तक सरकार 1 लाख लोगों को रोजगार प्रदान करेगी। 34 हजार को पूर्व में रोजगार दिया जा चुका है। राज्य गठन के उपरांत 14 साल में 38 हजार स्कूलों में से मात्र 7 हजार में बेंच डेस्क की व्यवस्था थी। वर्तमान सरकार ने पूरे 38 हजार स्कूलों में बेंच डेस्क की व्यवस्था कर दी है। सभी स्कूलों को बिजली से आच्छादित किया गया है।
जन चौपाल में इन लोगों ने मुख्यमंत्री के समक्ष रखीं बातें-
1. मसनोडीह की महिला ने कहा, फुलवरिया में कामन सर्विस सेंटर शुरू होना था, पर अबतक चालू नहीं हुआ।
2. कांको की मुखिया सुनीता गिरी ने कहा, खेती के लिए सिंचाई की व्यवस्था नहीं है। महिलाओं को प्रशिक्षण के साथ रोजगार मिलना चाहिए। शिक्षक की कमी दूर की जाये।
3. जामू की स्वयंसेवक सीमा महतो ने कहा, सर्वेक्षण वाला काम किए हैं, पर अब तक एक भी पैसा नहीं मिला।
4. गझंडी की एक महिला ने कहा, बेसहारा हूं। पति का निधन हो गया। दुर्गा पूजा में मेरे बच्चा को बहुत मारा गया, पर कोई सुनवाई नहीं हुई। तिलैया थाने से कोई फैसला नहीं हुआ। आत्महत्या के अलावा कोई उपाय नहीं है। डेढ़ साल से पेंशन भी बंद है।
5. पिंकी कुमारी ने कहा, काम कर रहे हैं पर 20 दिन का ही पैसा मिल रहा है।
6. इंदरवा की उमा देवी ने कहा, ढिबरा मुख्य रोजगार है। ढिबरा चुनने वालों को वन विभाग के लोग दौड़ा दौड़ा कर परेशान करते हैं। कैसे जीयें और कैसे रहें। इस रोजगार को छीना जा रहा है।
7. बैजनाथ यादव- लोकाई वन क्षेत्र को वन्य प्राणी आश्रयणी से निकाला जाय।
सदानन्द कुशवाहा ने कहा, पचखेरो के विस्थापितों को मुआवजा नहीं मिल रहा। कार्यपालक अभियंता रघुनन्दन यादव राजद के लिए काम करने को कहता है।
8. जयनगर के विजय कुमार यादव ने कहा, कमल क्लब का गठन हुए दो साल हो गया, पर निबंधन नहीं हुआ है।
9. नागेश्वर प्रसाद ने कहा, झारखंड आन्दोलकारियों के संबंध में कई बार स्मार पत्र दिया गया, पर कोई कार्रवाई नहीं हुआ।
10. सतगांवा के राजेन्द्र पंडित ने कहा, इस साल खेती अच्छी नहीं हुई। कोडरमा जिला को सूखाड़ क्षेत्र घोषित किया जाये।

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