युवा आरजेडी मोदी और नीतीश सरकार के खिलाफ शुरू करेगा बड़ा आन्दोलन
सिटी पोस्ट लाइव :बिहार में चुनावी बिगुल बज चूका है. अब युवा आरजेडी ने कि केन्द्र की मोदी सरकार और राज्य की नीतीश सरकार के खिलाफ आन्दोलन छेड़ने का ऐलान कर दिया है. नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी प्रसाद यादव के निर्देश पर युवा आरजेडी के राष्ट्रीय अध्यक्ष सह सांसद शैलेश कुमार उर्फ बुलो मंडल एवं युवा आरजेडी के प्रदेश अध्यक्ष मो0 कारी सोहैब के नेतृत्व में गुजरात में बिहारियों पर हमला, राज्य में बढ़ते हुए अपराध, बलात्कार, बेरोजगारी, शैक्षणिक अराजकता, भ्रष्टाचार, सुपौल में कस्तूरबा बालिका विद्यालय में छात्राओं के साथ मारपीट व अमानवीय व्यवहार को लेकर केन्द्र की मोदी सरकार और राज्य की नीतीश सरकार के खिलाफ चरणबद्ध आन्दोलन शुरू होगा.
आरजेडी के प्रदेश प्रवक्ता सह मीडिया प्रभारी अरूण कुमार यादव ने कहा कि प्रथम चरण में प्रदेश के सभी जिला में दिनांक 14 अक्टूबर, 2018 को आक्रोश मार्च और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एवं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का पुतला दहन 25 अक्टूबर, 2018 को जिला मुख्यालय में महाधरना, 04 नवम्बर, 2018 को राजभवन मार्च आयोजित किया जायेगा.
उन्होंने कहा कि हर स्तर पर दलित, पिछड़े, अल्पसंख्यक और कमजोर वर्ग के छात्रों-युवाओं को प्रताड़ित किया जा रहा है. केन्द्र की मोदी सरकार और राज्य की नीतीश सरकार में दलित, पिछड़े, अल्पसंख्यक सुरक्षित नहीं हैं. गुजरात में बिहारी मजदूरों पर हमले के बाद गुजरात से पलायन कर बिहार लौटने वाले मजदूर परिवार भुखमरी के कगार पर हैं. कई दिनों से उनके घरों में चूल्हें तक नहीं जले हैं, लेकिन नीतीश सरकार को कोई चिंता नहीं है.
बिहार में उद्योग-धंधे, कल कारखाने और सरकार द्वारा रोजगार मुहैया नहीं कराये जाने के कारण पलायान बढ़ा है. नीतीश कुमार के 12 वर्षों से अधिक के शासनकाल में बिहार से लाखों-लाख की संख्या में बिहारी छात्र-नौजवान, मजदूर वर्ग के लोग रोजगार की तलाश में राज्य से बाहर पलायन कर गये हैं. नीतीश कुमार के शासनकाल में बिहार में एक भी उद्योग-धंधे, कल कारखाने स्थापित नहीं हुए.प्रदेश में अब तक सूई की फैक्ट्री भी नहीं खुला है. आज यह स्थिति है कि राज्य के बाहर गुजरात हो, महाराष्ट्र हो, भाजपा शासित प्रदेशों में बिहारी कामगारों के ऊपर जानलेवा हमला किया जा रहा है. उन्हें अपमानित किया जा रहा है.
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