पप्पू यादव आना चाहते हैं महागठबंधन के साथ लेकिन तेजस्वी यादव नहीं हैं तैयार
सिटी पोस्ट लाइव : मधेपुरा सांसद और जन अधिकार पार्टी संयोजक राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव के रविवार की रात बिहार कांग्रेस के प्रभारी शक्ति सिंह गोहिल से मुलाकात को लेकर राजनीति तेज हो गई है.इस मुलाक़ात को लेकर ये चर्चा आम इस मुलाकात के बाद कई मायने निकाले जा रहे हैं. उनके कांग्रेस में शामिल होने या फिर महागठबंधन से तालमेल की अटकलें लगाईं जा रही हैं. पप्पू यादव की खुद की अपनी पार्टी है, इसलिए वो कांग्रेस में शामिल नहीं हो सकते. अब रह गई बात चुनावी गठबंधन की तो सबसे बड़ा सवाल –क्या तेजस्वी यादव इसके लिए तैयार होगें.
दरअसल, पप्पू यादव के कांग्रेस नेता से मुलाक़ात को लेकर आरजेडी बहुत नाराज है.आरजेडी नेता भाई वीरेंद्र ने इस मुलाकात पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि पप्पू यादव पर विश्वास नहीं किया जा सकता है. उन्हें धोखा देने की आदत है. वह विश्वासी नहीं हैं, एनडीए से मिले हुए हैं. पप्पू यादव के महागठबंधन में शामिल होने की बात पर भाई वीरेंद्र ने कहा कि महागठबंधन में कौन आयेगा कौन नहीं, इसका फैसला कांग्रेस अकेले नहीं कर सकती. वहीं पप्पू और गोहिल की मुलाकात पर जेडीयू ने तंज कसा है. जेडीयू प्रवक्ता नीरज ने कहा है कि पप्पू यादव कांग्रेस को मुबारक हो. पप्पू यादव अपराध के 24 मामले में आरोपी हैं.
लागातर खुद को आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव का राजनीतिक वारिस बताने वाले पप्पू यादव इस मुलाकात के बाद तेजस्वी यादव पर भी नरम दिखे. उन्होंने बिना नाम लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और मौजूद सरकार को घेरा. उन्होंने कहा कि ये 15 साल के बाद भी लोगों से कह रहे हैं कि और वक्त दीजिए. उन्होंने कहा कि बिहार और बिहार के लोगों को बचाने के लिए साथ मिलकर काम करने की जरुरत है. पप्पू यादव ने केंद्र सरकार पर भी जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि देश में तनाव का माहौल है. जाति और धर्म के नाम पर लोगों को बांटा जा रहा है. देश को स्थिर करने की आवश्यक्ता है. उन्होंने कहा कि 2019 के लोकसभा चुनाव में मधेपुरा से अपनी ही पार्टी (जाप) के सिंबल पर चुनाव लड़ेंगे.
गौरतलब है कि पप्पू यादव की पत्नी रंजीत रंजन सुपौल से कांग्रेस पार्टी के सांसद हैं. पप्पू यादव पहले कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष बनने की फिराक में थे. इसके लिए उनकी पत्नी रंजीता रंजन लगातार कांग्रेस में बात कर रही थीं. लेकिन बात नहीं बनी. कांग्रेस ने अब अपना नया प्रदेश अध्यक्ष चुन लिया है. ऐसे में उनके कांग्रेस में जाने का तो कोई सवाल ही नहीं. लेकिन सबसे बड़ा सवाल ये है कि क्या तेजस्वी यादव पप्पू यादव को महागठबंधन में शामिल होने देगें.
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