City Post Live
NEWS 24x7

लव-गुरु का एकांतवास- सोशल मीडिया पर बांच रहे ज्ञान

-sponsored-

-sponsored-

- Sponsored -

सिटी पोस्ट लाइव : एक बार फिर लव गुरु के नाम से प्रचलित मटुकनाथ चौधरी सुर्ख़ियों में हैं. उसका कारण है उनकी प्रेमिका जूली जो मटुक को छोड़ कहां चली गयी, ये बेचारे गुरु जी को भी मालूम नहीं है. लेकिन मीडिया खबर के अनुसार इतना जरुर मालूम है कि मटुकनाथ आजकल उनकी याद में आंसू जरुर बहा रहे हैं. प्रेम पीड़ा झेल रहे मटुक आजकल एकांतवास में हैं. सारी दुनिया से बिल्कुल अलग, न उनका किसी से संपर्क है और न उनका फोन लग रहा. बता दें कि कुछ दिनों पहले सुप्रीमकोर्ट ने लव गुरु मटुकनाथ चौधरी को तगड़ा  झटका दिया है. सुप्रीम कोर्ट से लव गुरु को आदेश मिला कि अपनी पहली पत्नी को मुवावजा देने होगा.  निचली अदालत के आदेश का पालन करते हुए मटुकनाथ को अब दिसंबर 2018 तक अपनी पत्नी को बकाये की  राशि 8.5 लाख रुपये देना होगा. कोर्ट के इस आदेश के बाद मटुकनाथ हिल गए . उन्होंने अपना फोन बंद कर दिया. मिडिया के लोग उनको खोज रहे हैं लेकिन वो प्रतिक्रिया देने के लिए उपलब्ध नहीं हैं.आज कई दिनों बाद मटुकनाथ फेसबुक पर अपनी उपस्थिति दर्ज करायी. वो भी ऐसी बात को लेकर जो किसी फेसबुक यूजर ने उनके फोटो को लेकर कही. मटुक ने फेसबुक वाल पर लिखा कि एक वरीय मित्र ने फेसबुक पर मेरे साथ अपना फोटो लगाया, इसपर रंग-बिरंगे लोगों ने अपने रंगों के अनुसार टिप्पणियां कीं. एक टिप्पणी ने मेरा ध्यान आकृष्ट किया. वंदना सिंह नामक एक महिला ने लिखा —- ” कितने गौरव से पुरुष समाज लवगुरु कहकर गौरवान्वित होते हैं । उनके स्थान पर यदि कोई औरत होती तो चरित्र भ्रष्ट कहलाती ।”इस टिप्पणी को मटुक ने इतना सीरियस ले लिया कि पूरी रामायण इस पर लिख डाली. मटुक ने ज्ञान बांटते हुए कहा कि हम चरित्रवान उन्हें कहते हैं जो पर-नारी या पर-पुरुष गमन नहीं करे. यह बहुत ही अस्वाभाविक बात है. मनुष्य स्वभाव से बहुगामी होता है. लेकिन चरित्र की इस परिभाषा ने उसे एकगामी बनने को विवश किया है.  आगे ज्ञान भरी बातों के साथ गुरु जी ने अपने गुरु कहलाने पर गर्व होने की बात कही. उन्होंने लिखा गुरु होने का संबंध पर-स्त्री या पर-पुरुष गामी होने कत्तई नहीं है. जिनमें सिखाने की क्षमता हो, उन्हें गुरु कहते हैं. जो आदमी समाज में नये विचारों का वाहक है, वह गुरु है. जो चिंतन-मनन करता है और उससे समाज को अवगत कराता है, वह गुरु है. जो कोई विद्या सीखाता है, वह गुरु है.गौरतलब है कि मटुकनाथ को अपनी छात्रा  जूली से प्यार हो गया था. 55 साल की उम्र में 25 साल की जूली से उनका प्यार इस कदर परवान चढ़ा कि उन्होंने अपना घर बार सबकुछ छोड़ दिया और जूली के साथ अपना नया जीवन शुरू किया. जिसके बाद पूरे देश में मटुकनाथ लवगुरु के नाम से मशहूर हो गए. अब जब भी कोई उन्हें उनके पुराने प्रेम की याद दिलाता है तो बड़ी पीड़ा होती है. क्योंकि जिस जूली के लिए उन्होंने अपना सबकुछ छोड़ दिया आज वही जूली कहाँ है मटुकनाथ को पता नहीं. जूली पिछले 4 साल से उनके साथ नहीं है. पहली पत्नी आभा चौधरी को तो वो पहले ही खो चुके हैं और अब जूली भी बुढापे में साथ देने के लिए मौजूद नहीं है. इस पीड़ा के साथ जी रहे मटुक को अब पुराणी यादें बेहद चुभती है.

 

- Sponsored -

-sponsored-

- Sponsored -

Comments are closed.