“12 बजे लेट नहीं, 5 बजे के बाद भेंट नहीं,” की संस्कृति पर सीएस ने की बड़ी चोट
सिटी पोस्ट लाइव : बिहार सरकार के नए मुख्य सचिव दीपक कुमार ने अब सरकारी दफ्तरों के कार्य संस्कृति में बदलाव लाने की ठान ली है. ‘12 बजे लेट नहीं और 5 बजे भेंट नहीं’, के सिद्धांत पर चलने वाले सरकारी दफ्तरों में बाबुओं की उपस्थिति नियमित करने के लिए मुख्य सचिव ने नया फरमान जारी कर दिया है. मुख्य सचिव ने सिटी पोस्ट लाइव से कहा कि सरकारी दफ्तरों में अधिकारियों-कर्मचारियों की मनमानी अब नहीं चलेगी. अब सबको समय से दफ्तर में आना होगा. सभी सरकारी दफ्तरों में अब कर्मचारियों और अधिकारियों की हाजिरी बायोमेट्रिक्स मशीन के जरिये ही होगी.
दफ्तर भारत सरकार का हो या फिर राज्य सरकार का. दोनों की कार्य संस्कृति बखूबी परिचित हैं मुख्य सचिव दीपक कुमार. मुख्य सचिव सरकारी अधिकारियों और कर्मचारियों के समय से दफ्तर में नहीं पहुँचने से परेशान थे. कईबार वो खुद पड़ताल कर सच्चाई जानने के लिए हर दफ्तर का जायजा ले चुके थे. अधिकारियों के साथ होनेवाली बैठकों में भी बार बार अधिकारियों- कर्मचारियों के दफ्तर से ज्यादा समय नदारत रहने की शिकायतें उन्हें लगातार मिल रही थी . सरकारी दफ्तरों के काम-काज की समीक्षा के बाद नाराज मुख्य सचिव ने प्रखंड से लेकर सचिवालय तक में बायोमेट्रिक्स मशीन लगाने का आदेश दिया है.
मुख्य सचिव ने ऐसा सिस्टम डेवलप करने को कहा है जिससे सचिवालय में बैठे-बैठे ही सूबे के सभी प्रखंडों में कर्मचारियों की उपस्थिति देखी जा सके. यानी राज्य सचिवालय से कर्मचारियों की निगरानी होगी. मुख्य सचिव दीपक कुमार ने नवंबर महीने तक सभी सरकारी दफ्तरों में बायोमेट्रिक्स मशीन लगा लेने का आदेश दिया है. मुख्य सचिव के इस आदेश से सरकारी अधिकारियों कर्मचारियों के बीच हडकंप मचा हुआ है. सचिवालय से लेकर हर सरकारी दफ्तर में उनके इसी आदेश को लेकर चर्चा हो रही है. नियमित सयूती बजाने वाले तो खुश हैं. लेकिन कामचोर परेशान हैं.
Comments are closed.