नीतीश मॉडल की निकली हवा, UNDP की रिपोर्ट- बिहार सबसे गरीब राज्य
सिटी पोस्ट लाइव : केन्द्रीय वित् आयोग के अध्यक्ष एनके सिंह अपने बिहार दौरे के दौरान बिहार सरकार की दिल खोलकर तारीफ की. एन के सिंह ने कहा कि बिहार ने पिछले 10 वर्षों में अद्भुत काम किया है. कई सेक्टर ऐसे हैं, जहां उसका काम प्रभावित करता है. कई वर्षों में तो उसका विकास दर राष्ट्रीय औसत से भी अधिक रहा है. वर्ष 2011, 2012, 2016 व 2017 में उसका विकास दर 12 फीसदी रहा, जो राष्ट्रीय औसत से अधिक था. गरीबी उन्मूलन के लिए सरकार के प्रयास की सराहना की जानी चाहिए. इसमें 20.7 फीसदी की कमी आयी.लेकिन . यूनाइटेड नेशनल डेवलपमेंट प्रोग्राम की रिपोर्ट ने नीतीश सरकार के विकास मॉडल की हवा निकाल दी है.
एक ताजा रिपोर्ट के मुताबिक, बिहार देश का सबसे गरीब राज्य है. यूनाइटेड नेशंस डेवलपमेंट प्रोग्राम (यूएनडीपी) और ओपीएचआई की रिपोर्ट के अनुसार बिहार की आधी से ज्यादा आबादी गरीब है. इस रिपोर्ट के मुताबिक, झारखंड की स्थिति भी बिहार से सही है. गरीबी की इस लिस्ट में जहां पहले स्थान पर बिहार है, वही दूसरे स्थान पर झारखंड और उत्तर प्रदेश है. तीसरे नंबर पर है मध्य प्रदेश. रिपोर्ट के अनुसार बिहार में 19.3% और यूपी में 19.7% लोग गरीब है. झारखंड और मध्य प्रदेश में 20.6 % लोग हाशिए पर हैं. रिपोर्ट बताता है कि अगर जल्दी ही गरीबी पर काबू नहीं पाया गया तो ये पूरे बिहार को लील लेगा.
गौरतलब है कि साक्षरता के मामले में भी बिहार सबसे पिछड़ा राज्य है. अर्थशास्त्र के जानकारों का कहना है कि बिहार में उतना काम नहीं हुआ. उद्योग जगत के लोग भी आरोप लगा रहे है कि सोशल सेक्टर में सरकार जितनी राशि खर्च कर रही है उसका ठीक से इंप्लीमेंट और मॉनिटरिंग नहीं हो रहा है.अब इस आंकड़े को आधार बनाकर तेजस्वी यादव चुनाव नीतीश सरकार की घेराबंदी करने की योअजना बना सकते हैं. गौरतलब है कि इसी तरह की रिपोर्ट के आधार पर अबतक सरकार अपनी पीठ थपथपाती रही है. लेकिन अब वहीं रिपोर्ट सरकार के गले नहीं उतर रहा है.
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