नीतीश को सत्ता से बेदखल करने को किसी से अरुण कुमार कर सकते हैं समझौता
सिटी पोस्ट लाइव : उपेन्द्र कुशवाहा और उनकी पार्टी के सांसद अरुण कुमार दोनों का ही बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ छतीस का रिश्ता है.. लेकिन फिर भी वो साथ साथ नहीं हैं. अरुण कुमार सांसद तो रालोसपा के ही हैं लेकिन अलग पार्टी बनाकर अलग राजनीतिक संभावना की तलाश कर रहे हैं. इसलिए सबकी नजर राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (रालोसपा) के दूसरे गुट के सांसद डॉ. अरुण कुमार के ऊपर टिकी है .वह किसके साथ जाएंगे? क्या बीजेपी के साथ वो चुनाव लड़ेगें? या क्या फिर अरुण कुमार उपेंद्र कुशवाहा के राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) से बाहर निकलने का इंतजार कर रहे हैं?
ये सच है कि अरुण कुमार एनडीए के साथ ही रहना चाहते हैं .लेकिन एनडीए में जनता दल यूनाइटेड (जदयू) को ज्यादा तवज्जो दिए जाने को लेकर वो बीजेपी से नाराज हैं. अरुण कुमार नीतीश कुमार से ज्यादा बेहतर तो आलू यादव को बता रहे हैं.ऐसे में अरुण कुमार एनडीए के साथ चुनाव लड़ेगें या फिर महागठबंधन के साथ जायेगें, अभीतक तय नहीं है. कहीं जाने या फिर अकेले चलने की संभावनाओं के बीच अरुण कुमार अपनी नई राष्ट्रीय समता पार्टी के इसी महीने की 28 तारीख को गांधी मैदान में होनेवाली सम्मेलन की तैयारी में जुटे हैं.
अरुण कुमार बताते हैं कि इस समय उनकी प्राथमिकता नई पार्टी को मजबूत करने की है. राज्य के विभिन्न हिस्से का दौरा कर रहे हैं. लोकसभा चुनाव में किसके साथ गठबंधन होगा, यह तय नहीं है. सिर्फ इतना तय है कि हम उस गठबंधन के साथ नहीं जाएंगे, जिसके साथ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू का संबंध होगा.अरुण कुमार का कहना है कि नीतीश कुमार को सत्ता से हटाना उनकी प्राथमिकता है. अरुण कुमार ने सिटी पोस्ट लाइव से बातचीत में साफ़ संकेत दे दिया है कि नीतीश कुमार को परास्त करने के लिए किसी से समझौता कर सकते हैं.
लेकिन आज भी वो जिस तरह से पीएम नरेंद्र मोदी की वो तारीफ़ कर रहे हैं , उनके एनडीए के साथ जाने का रास्ता अभीतक बंद नहीं हुआ है.वो पीएम मोदी के बारे में कहते हैं- वो बेहतर काम कर रहे हैं. हम उनके प्रशंसक हैं, लेकिन बिहार एनडीए के कुछ नेताओं के चलते मोदी की साख प्रभावित हो रही है. अरुण कुमार नीतीश कुमार के साथ साथ उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी को भी निशाने पर ले रहे हैं.उन्होंने कहा कि नीतीश और सुशिल मोदी की जोड़ी ने बिहार को बर्बाद कर दिया है. अरुण कुमार का कहना है कि नीतेश कुमार कभी भी पाला बदल सकते हैं. अगर वो महागठबंधन के साथ चले जाते हैं तो वो एनडीए के साथ ही बने रहेगें.
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