सिटी पोस्ट लाइव : मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा है कि झारखंड रक्षा विश्वविद्यालय देश-दुनिया को दक्षतायुक्त मानव संसाधन उपलब्ध करायएगा। मुख्यमंत्री बुधवार को रांची में झारखंड रक्षा विश्वविद्यालय के दूसरे स्थापना दिवस समारोह को संबोधित कर रहे थे।
रघुवर दास ने कहा कि देशभर में बढ़ते साइबर अपराध और आईटी के दुरुपयोग पर अंकुश लगाने के लिए प्रशिक्षित पुलिस की जरूरत है। उन्होंने कहा कि आज झारखंड में कार्यरत विभिन्न औद्योगिक संस्थानों को सुरक्षा उपलब्ध कराने के लिए बाहर से केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल, सीआईएसएफ जवानों को बुलाना पड़ता है, राज्य के युवाओं को ही प्रशिक्षित किये जाने की जरूरत है, ताकि यहां कार्यरत सीसीएल, बीसीसीएल, ईसीएल समेत अन्य कंपनियों को प्रशिक्षित जवान उपलब्ध कराये जा सके, इससे झारखंड के युवाओं को राज्य में ही रोजगार मिल पाएगा और उन्हें रोजगार की तलाश में बाहर नहीं जाना पड़ेगा।उन्होंने कहा कि आज देश की विभिन्न सिक्युरिटी एजेंसियों द्वारा युवाओं का शोषण करने का मामला भी सामने आता है, ऐसी कंपनियां एक सुरक्षाकर्मी उपलब्ध कराने के लिए 18-20हजार रुपये लेती है, लेकिन युवाओं को 10-11 हजार ही मानदेय की उनका शोषण करती है।
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उन्होंने कहा कि झारखंड रक्षा शक्ति विश्वविद्यालय में राज्य के ही नहीं, बल्कि पश्चिम बंगाल, उड़ीसा और बिहार से भी विद्यार्थी आये है और दो वर्ष में उनकी प्रगति को देखकर कर संतुष्टि हुई है। उन्होंने बताया कि अभी टाना भगत परिवार के 60 बच्चों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है, आने वाले समय में इसका विस्तार होगा, तो और अधिक युवाओं को प्रशिक्षण मिल पाएगा।
इस मौके पर भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी अजय कुमार सिंह ने बताया कि रक्षा शक्ति विश्वविद्यालय की स्थापना के बाद पहले छह महीने में आधारभूत संरचना और शैक्षणिक कार्यां के लिए नियुक्ति प्रक्रिया पूरी की गयी है। उन्होंने बताया कि अभी भवन निर्माण विभाग द्वारा झारखंड रक्षा शक्ति विश्वविद्यालय के लिए स्थायी कैंपस का निर्माण कराया गया है, उम्मीद की जा रही है कि अगले स्थापना दिवस पर इस यूनिवर्सिटी का अपना भवन उपलब्ध हो जाएगा। उन्हांने यह भी जानकारी दी कि झारखंड लोक सेवा आयोग के माध्यम से व्याख्याता और अन्य पदाधिकारियों की नियुक्ति प्रक्रिया को भी पूरा करने की कोशिश चल रही है। इस अवसर पर अहमदाबाद स्थित रक्षा शक्ति विश्वविद्यालय के निदेशक वी. सहाय ने बताया कि विश्व के कई देशों कोरिया, आस्ट्रेलिया, ताइवान और फिनलैंड में पहले से ही पुलिस यूनिवर्सिटी अस्तित्व में है। वर्ष 2009 में गुजरात के अहमदाबाद में तत्कालीन मुख्यमंत्री और अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निर्देश पर गहन अध्ययन के बाद रक्षा शक्ति विश्वविद्यालय की स्थापना की गयी है। उन्होंने कहा कि देश में 90 प्रतिशत पुलिस फोर्स पूरी तरह से प्रशिक्षित नहीं है। भारतीय पुलिस सेवा और राज्य पुलिस सेवा के अधिकारियों को छोड़ कर अधिकांश पुलिस फोर्स को पूर्ण प्रशिक्षण नहीं मिल पाता है, इन्हें समुचित प्रशिक्षण उपलब्ध कराकर और अधिक कुशल बनाया जा सकता है। समारोह में रक्षा शक्ति विश्वविद्यालय के प्रशासी कमेटी के सदस्य और विधायक राधाकृष्ण किशोर के अलावा कुलपति समेत अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
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