सुप्रीम कोर्ट के 46वें सीजेआई पद की आज शपथ लेगें रंजन गोगोई, बड़ी हैं चुनौतियाँ
सिटी पोस्ट लाइव : आज से देश को एक नया चीफ जस्टिस मिल जाएगा. जस्टिस रंजन गोगोई आज चीफ जस्टिस पद की शपथ लेंगे. जस्टिस रंजन गोगोई भारत के 46वें मुख्य न्यायाधीश होगें. गंभीर, अनुशासनप्रिय, मितभाषी जस्टिस रंजन गोगोई न्यायपालिका के नये मुखिया होंगे. जस्टिस गोगोई का कार्यकाल 13 महीने का होगा.
जस्टिस गोगोई की चुनौतियाँ बड़ी हैं. देश और न्यायपालिका की उम्मीदों पर उन्हें खरा उतरना है.अदालतों में लंबित मामलों का निबटारा एक बड़ी चुनौती है. उन्होंने पद संभालने से पहले ही इन मामलों को लेकर अपनी चिंता जाता दी है. उन्होंने मुकदमों का बोझ खत्म करने के लिए कारगर योजना लागू किये जाने का संकेत दिया है. जस्टिस गोगोई बुधवार को जस्टिस संजय किशन कौल और जस्टिस केएम जोसेफ के साथ मुख्य न्यायाधीश की अदालत में मुकदमों की सुनवाई करने पहलीबार बैठेंगे.
जस्टिस गोगोई असम के पूर्व मुख्यमंत्री केशव चंद्र गोगोई के बेटे हैं, उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय से इतिहास की पढ़ाई की है. जस्टिस गोगोई साल 2001 में गुवाहाटी हाईकोर्ट के जज बने. साल 2011 में वो पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस भी रहे. साल 2012 में जस्टिस गोगोई को सुप्रीम कोर्ट का जज बनाया गया. इस साल 12 जनवरी को प्रेस कॉन्फ्रेंस करने वाले सुप्रीम कोर्ट के चार वरिष्ठ जजों में जस्टिस रंजन गोगोई भी शामिल थे. इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में जजों ने सुप्रीम कोर्ट में काम के आवंटन पर सवाल उठाए थे.
जस्टिस गोगोई के कुछ फैसलों पर निगाह डालें तो उन्होंने उत्तर प्रदेश में पूर्व मुख्यमंत्रियों को आजीवन आवास देने का नियम रद कर दिया था. सभी पूर्व मुख्य मंत्रियों को सरकारी बंगला खाली करने का आदेश दिया था. सरकारी विज्ञापनों में ज्यादा से ज्यादा मंत्रियों और नेताओं की फोटो छपने का चलन भी जस्टिस गोगोई के फैसले से खत्म हुआ है. उन्होंने सरकारी विज्ञापनों में सिर्फ प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री के फोटो छापने की इजाजत दी है. हालांकि बाद मे राज्यपाल और संबंधित मंत्री की फोटो को भी इजाजत दे दी गई, लेकिन थोक में नेताओं की फोटो छपना बंद हो गया
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