नेताओं के घर पहुंचे AK-47, प्रशासन के उड़े होश, NIA को मिलेगी जांच की जिम्मेवारी
सिटी पोस्ट लाइव : मुंगेर में लगातार AK-47 मिलने की घटनाओं के बाद इसबार एक नया खुलासा हुआ है, जिसने पूरी पुलिस प्रशासन को हिला कर रख दिया. बता दें अब तक 20 एके-47 रायफल पकड़े गये हैं. वहीँ अब इस मामले में बिहार पुलिस ने नेशनल इन्वेस्टिगेटिंग एजेंसी (एनआईए) को जांच करने की सिफारिश की है. वहीं इस मामले में एक गिरफ्तार हथियार तस्कर शमशेर ने अपने बयान में दावा किया है कि कुछ एके-47 रायफल नेताओं को भी बेचा गया था. जिसके बाद ऊपर से लेकर निचे तक पूरे महकमें में हडकंप मच गया है.
जानकारी मुताबिक शमशेर को तीन एके-47 रायफल के साथ सात सितंबर को गिरफ्तार किया गया था. सूत्रों के मुताबिक पूछताछ के दौरान उसने पुलिस को बताया है कि बिहार के कई शहरों में ये हथियार बेचे गए और खरीदने वालों में कुछ नेता भी थे. एक नाम जनता दल (यूनाइटेड) के मौजूदा विधायक का भी लिया गया है. वहीं एक पुलिस अधिकारी ने कहा, ” अपराधी से नेता बने कई लोग बिना लाइसेंस वाले हथियार रखते हैं. आम तौर पर उनके गुर्गे इसका इस्तेमाल करते हैं. मकसद होता है अपने राजनीतिक आका की ताकत दर्शाना. इस लिहाज से और सबूतों के बिना सिर्फ बयान के आधार पर किसी नेता का नाम नहीं लिया जा सकता.
मुंगेर के पुलिस अधीक्षक बाबू राम का कहना है कि अभी उन नेताओं के नाम का खुलासा नहीं किया जा सकता. यदि नाम खुल गया तो शयद आरोपी बचने में कामयाब हो जाये. इसलिए उन्हें बिना बताए जांच जारी रखना जरुरी उचित होगा. बता दें शमशेर की गिरफ्तारी मोहम्मद इमरान की निशानदेही पर हुई थी जिसे 29 अगस्त को जमालपुर रेलवे स्टेशन के बाहर सूटकेस में रखे तीन एके-47 के साथ पुलिस ने पकड़ा था. उसे पुरुषोत्तम रजक ने हथियार दिए थे, जो जबलपुर हथियार डिपो का रिटायर्ड कर्मचारी है. वह डिपो में काम करने वाले सुरेश ठाकुर की मिलीभगत से एके-47 गायब कर मुंगेर लाकर बेचता था. 2012 से 2018 के बीच लगभग 80 एके-47 मुंगेर लाए गए.
शमशेर और इमरान ने बताया है कि उन्होंने एके-47 रायफल मुंगेर, औरंगाबाद, गया और नालंदा में बेचे हैं. अब पुलिस उन लोगों तक पहुंचने की कोशिश कर रही है. इस बीच एसपी बाबू राम ने बताया कि आर्मी का लांस नायक मियाजुल रहमान की भूमिका अब केंद्र में आ रही है. मियाजुल को मुंगेर पुलिस ने बागडोगरा आर्मी कैंप से गिरफ्तार किया था. फिलहाल वो मुंगेर जेल में है. बाबू राम ने बताया कि मियाजुल का संपर्क पुरुषोत्तम से तब हुआ जब दोनो साथ में लखनऊ में काम करते थे.
पुरूषोत्तम के जबलपुर जाने के बाद भी दोनों का संपर्क कायम रहा और हथियारों की तस्करी शुरू हुई. मियाजुल का मुंगेर कनेक्शन ये है कि वो शमशेर का छोटा भाई है. इस बीच मुंगेर पुलिस पुरूषोत्तम लाल रजक और सुरेश ठाकुर को ट्रंजिल रिमांड पर लेने की कोशिश करेगी ताकि जांच में तेजी लाई जा सके. इस बीच मुंगेर का बरदह लगातार एके-47 उगल रहा है. कुएं से 12 एके 47 रायफल की बरामदगी झारखंड के हजारीबाग से पकड़े गए तस्कर मोहम्मद तनवीर की निशानदेही पर हुई है.
मुंगेर से अभिषेक कुमार की रिपोर्ट
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