सीतामढ़ी में ई-फार्मेसी के विरोध में दवा कारोबारियों ने अर्घ नग्न होकर किया हड़ताल
सिटी पोस्ट लाइव : ई-फार्मेसी के विरोध में सीतामढ़ी में दवा विक्रेता संध के अध्यक्ष मनोज कुमार सिंह सहित सैकड़ों दवा के दुकानदारों ने अर्घ नग्न होकर सरकार के फैसले का विरोध किया. बता दें दवा व्यापार में ई-फार्मेसी को बढ़ावा देने के लिए केंद्र सरकार द्वारा 28 अगस्त 2018 को जारी ड्राफ्ट अधिसूचना के विरोध में देशव्यापी ए आई ओसीडी के आवाहन पर भारत के समस्त दवा विक्रेताओं ने 20 से 27 सितंबर 2018 तक काला बिल्ला लगाकर दुकान संचालित किया था.
इसी के विरोध में आज देशव्यापी दवा दुकानें बंद हैं. सीतामढ़ी एवं शिवहर के दवा विक्रेता संघ के अध्यक्ष राधा कांत गुप्ता ने कहा कि -“सरकार से राज्य औषधि नियंत्रण प्रशासन द्वारा जारी अनुज्ञप्ति के आधार पर संचालित पुराने खुदरा दवा दुकानदारों को फार्मासिस्ट की उपलब्धता सुनिश्चित करने को लेकर आदेश जारी किया जाए.” उन्होंने कहा कि – “ऑनलाइन दवा व्यापार से आपातकालीन स्थिति में उपभोक्ताओं को समय पर दवाओं की उपलब्धता संभव है. दैनिक मजदूर अथवा निम्न आय वाले उपभोक्ताओं जो अपने स्थिति के अनुसार दवा को खरीदते हैं, उन्हें ऑनलाइन फार्मेसी से यह सुविधा उपलब्ध हो पाएगा, नहीं हो पायेगा. इलाज के क्रम में दवाओं का सही असर नहीं होने अथवा प्रतिकूल प्रभाव पड़ने से डॉक्टर द्वारा दवा को बदलने की स्थिति में क्या ऑनलाइन फार्मेसी से तुरंत दूसरी दवा की आपूर्ति संभव है और बचे हुए दवा को वापस कर पाएगा, नही यह भी संभव नही लगता.”
उन्होंने कहा कि -“हमारी मांगों में वर्षो से केमिस्ट्स संगठन द्वारा अनेक बार लगभग सभी सरकारों से स्थिति से अवगत कराने के बाद भी राज्य में फार्मासिस्ट संस्थानों को विकसित नहीं किया गया, ना ही इसका कोई समाधान किया गया. सरकार द्वारा यदि अविलंब आवश्यक पहल नहीं किया गया तो राज्य के लगभग 90 फीसदी खुदरा दवा दुकानें बंद होंगे.”
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