बेतिया में बच्चे की मौत पर बवाल,सीएम ने जताया दुःख, अनुग्रह अनुदान देने का दिया निर्देश
सिटी पोस्ट लाइव : पश्चिमी चंपारण के बेतिया में मंगलवार को जिस तरह से स्कूल की छत गिरने से एक बच्चे की हुई मौत हुई है और दर्जनों बच्चे घायल हो गए हैं, सरकारी स्कूलों अपने बच्चों को भेंजने वालों को हिलाकर रख दिया है. सबसे बड़ा सवाल क्या सरकारी स्कूल बच्चों के कब्रगाह बन गए हैं ? किस तरह की गुणवता है निर्माण कार्य की? क्या गारंटी है कि आगे ऐसे हादसे नहीं होगें? इस दुर्घटना से आक्रोशित लोगों ने जमकर बवाल किया. आक्रोशित लोगों ने बच्चे का शव सड़क पर रखकर जमकर प्रदर्शन किया. हद तो तब हो गई जब पुलिस ने प्रदर्शकारियों पर लाठीचार्ज कर दिया .जमकर लोगों पर लाठियां भांजी.
पुलिस और जिला प्रशासन के लिए यह एक छोटा हादशा हो सकता है. लेकिन जिनके बच्चे सरकारी स्कूलों में पढ़ते हैं, उन्हें हिला देने के लिए यह हदशा काफी है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार इस मामले की गंभीरता को समझते हैं. उन्हे इस हादसे से होनेवाले इम्पैक्ट के बारे में पता है. मुख्यमंत्री इस दुर्घटना से बेहद आहत हैं. उन्होंने इस घटना को लेकर नीतीश कुमार ने चिंता जताई है और दुख प्रकट किया है.बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि बेतिया की घटना दुखदायी है. उन्होंने क्रिश्चयन क्वार्टर स्थित मिशन मिडिल स्कूल की छत गिरने से हुए हादसे में एक बच्चे की मौत पर गहरा दुख एवं संवेदना व्यक्त की है. मुख्यमंत्री ने हादसे में दिवंगत हुए बच्चे के प्रति संवदेना जताते हुए परिवार को अविलंब अनुग्रह अनुदान देने का निर्देश दिया.
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि शोक संतप्त परिवार को दुख सहने की भगवान शक्ति दें. उनके दुख की इस घड़ी में हमलोग साथ हैं. इतना ही नहीं, उन्होंने जिला प्रशासन से गंभीर घायल बच्चों के समुचित इलाज का निर्देश भी दिया है. उन्होंने उनके शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की है.गौरतलब है कि मंगलवार की सुबह साढ़े 10 बजे के आसपास बेतिया में उस समय अफरातफरी मच गई, जब क्रिश्चियन क्वार्टर स्थित स्कूल की छत गिर गई. इसमें पहली कक्षा के एक बच्चे की मौत हो गई. इस हादसे में सात बच्चे गंभीर रूप जख्मी हो गए. सात में से तीन बच्चों की हालत काफी नाजुक बनी हुई है. हादसे के समय कक्षाएं चल रही थीं. घटना के बाद परिजनों में काफी गुस्सा था तथा आक्रोशित परिजनों ने स्कूल में घुसकर तोड़फोड़ भी की.
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