अनोखी परंपरा : यहां हर साल चलती ट्रेन में की जाती है विश्वकर्मा पूजा
सिटी पोस्ट लाइव : धनबाद से हावड़ा के बीच चलने वाली ‘कोलफील्ड एक्सप्रेस’ में प्रत्येक वर्ष 17 सितंबर को विश्वकर्मा पूजा के दिन भगवान की पूजा धनबाद स्टेशन से ट्रेन खुलने के साथ ही शुरू हो जाती है. इस दिन गाजे बाजे के साथ दैनिक यात्री ट्रेन के चालक और गार्ड के साथ मिलकर इंजन की पूजा कर अपना सफर शुरू करते हैं. ट्रेन के कुल 18 कोचों में से आधा दर्जन पैसेंजर कोचों में भी भगवान विश्वकर्मा की प्रतिमा रखकर पूरे भक्ति भाव के साथ पूजा करते हैं. साथ ही पैसेंजरों के बीच प्रसाद का वितरण भी किया जाता है. भगवान विश्वकर्मा की आराधना में सभी वर्गों और सभी धर्मों के लोग एक साथ शामिल होते हैं. पिछले 70 वर्षों से ट्रेन में विश्वकर्म पूजा की अनोखी परंपरा और कौमी एकता की मिसाल देखने को मिलती है.
आपको बता दें कि धनबाद से कोलकाता के बीच 264 किलोमीटर का सफर ‘कोलफील्ड एक्सप्रेस’ प्रतिदिन चार घंटें में पूरी करती है. दरअसल रोजमर्रे की जिंदगी से लेकर व्यापार के लिए दैनिक यात्रियों का सबसे सस्ता और सुलभ ट्रेन ‘कोलफील्ड एक्सप्रेस’ ही है. ऐसे में दैनिक यात्री सिर्फ इसे ट्रेन नहीं मानते बल्कि अपने जीवन का हिस्सा समझते हैं. यही कारण है कि विश्वकर्मा पूजा के दिन ये यात्री अपने घर की तरह ट्रेन के डिब्बों को सजाते हैं और फिर पूरी श्रद्धा भाव से भगवान विश्वकर्मा की पूजा अर्चना करते हैं.
धनबाद से हावड़ा के बीच सबसे लोकप्रिय ट्रेनों में शुमार ‘कोलफील्ड एक्सप्रेस’ सुपर फास्ट ट्रेन है, जो कुल 11 स्टेशनों पर रूकती है. जहां इन स्टेशनों पर यात्रियों का ट्रेन पर चढ़ना उतरना जारी रहता है. वहीं पूजा भी पूरी भक्तिभाव के साथ होती रहती है. प्रत्येक स्टेशन पर गाजे बाजे के साथ देव शिल्पी विश्वकर्मा का भव्य स्वागत होता है. बाहर के यात्रियों के लिए ये नजारा जहां कौतूहल पैदा करता है वहीं आस्था, भक्ति और दैनिक सफर करने वाले यात्रियों के बीच भाईचारगी का ये मेल काफी रोचक है.
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