रेड मिर्ची के जरिये रेलवे के रिजर्वेशन सिस्टम को हैक करनेवाला अब होगा गिरफ्तार
सिटी पोस्ट लाइव : रेड मिर्ची नाम के एक सॉफ्टवेयर की मदद से आईआरसीटीसी के वेबसाइट को कुछ समय के लिए डिस्टर्ब कर चाँद मिनटों में इंटरनेट से तत्काल व नॉर्मल के 20 से 30 टिकट निकाल लेने वाला शातिर तो पुलिस की पकड़ में आ गया है. लेकिन अब पुलिस जेल में बंद इस शातिर अविनाश कुमार चौधरी के उस मास्टरमाइंड की तलाश में है जिसने यह रेड मिर्ची सॉफ्टवेर बनाया था. गौरतलब है कि 5 जुलाई को आरपीएफ की टीम ने अविनाश कुमार चौधरी के घर छापेमारी की थी. उस दौरान रेलवे के 22 तत्काल टिकट बरामद किए गए थे. रंगे हाथ अविनाश को गिरफ्तार किया था. उसके पास से एक लैपटॉप बरामद किया था. जिससे काफी सारे डिटेल मिले थे.
रेलवे को आर्थिक नुकसान पहुंचाने के मामले में अब एक और शातिर को आरपीएफ की टीम ने गिरफ्तार किया है. पकड़े गए गए शातिर का नाम लल्लू कुमार है. लल्लू जेल में बंद शातिर अविनाश कुमार चौधरी का साथी है. इसे आरपीएफ की टीम ने न्यू जक्कनपुर के बंगाली टोला इलाके में छापेमारी कर धर दबोचा है. राजेंद्र नगर आरपीएफ पोस्ट के इंस्पेक्टर आरआर कश्यप को फरार चल रहे लल्लू के घर पर मौजूद होने की जानकारी मिली थी. जिसके बाद ही रविवार को आरपीएफ की टीम ने जक्कनपुर थाना की मदद से छापेमारी कर उसे धर दबोचा. अब इससे पूछताछ की जा रही है.
अब आरपीएफ सॉफ्टवेयर कंपनी रेड मिर्ची के बिहार प्रोजेक्ट हेड की तलाश में है. आरपीएफ प्रोजेक्ट हेड की तलाश में बिहार के बाहर गई हुई है. दूसरे स्टेट में छापेमारी चल रही है. आरपीएफ के लिए प्रोजेक्ट हेड का पकड़ा जाना बेहद अहम् है. इसके गिरफ्त में आने के बाद ही पता चल पाएगा कि और कितने लोग इस सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल कर रहे हैं. आरपीएफ के अनुसार रेलवे को चुना लगाने वाले शातिर रेड मिर्ची और नियो सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल कर रहे हैं.गौरतलब है कि इसी तरह के गिरोह की वजह से आम यात्रियों को ट्रेन में रिजर्वेशन नहीं मिल पाता है.
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