कौन करा रहा है मॉब लिंचिंग और गैंगरेप का विडियो वायरल, जारी है बिहार में सियासत
सिटी पोस्ट लाइव : बिहार में मॉब लिंचिंग आम बात हो चुकी है. आये दिन लोगों द्वारा कानून को हाथ में लेने के मामले सामने आ रहे हैं. पिछले चार दिन में मॉब लिंचिंग की तीन बड़ी घटनाएं बिहार में घट चुकी हैं.जिस तरह से लोग अपराधियों को खुद सजा देने लगे हैं, लगता है लोगों को पुलिस और कानून पर भरोसा ही नहीं रहा या फिर जिस तरह से मॉब लिंचिंग को लेकर पुलिस कोई कारवाई नहीं कर रही है उससे ये लगता है कि लोग ये मानकर चलने लगे हैं कि बिहार मॉब लिंचिंग कानूनन वैध हो गया है.
बेगूसराय में तीन लोगों की हत्या लोगों ने पिट पिट कर कर दी, पुलिस द्वारा इस हत्याकांड में शामिल लोगों के खिलाफ कारवाई की बात दूर ,पुलिस मुख्यालय ने उसे सेल्फ डिफेन्स करार देकर इस तरह की घटनाओं को अंजाम देनेवालों का मनोबल और बढ़ा दिया. बेगूसराय के बाद राज्य में दो बड़े मोब लिंचिंग की घटनाएं सामने आ चुकी हैं. यानी मोब लिंचिंग में अबतक पांच लोगों को पीट-पीटकर मौत के घाट उतारा जा चूका है. भीड़ के चेहरे को देख कर लग रहा है कि उन्हें न तो कानून का खौफ है और न ही उनमें अब इंसानियत बची है.अब बात बहुत आगे निकल चुकी है. भीड़ के आगे पुलिस या तो वेवश दिख रही है या फिर तमाशबीन बन गई है. सासाराम में तो पुलिस के सामने ही लूटेरों को भीड़ ने मार मार कर अधमरा कर दिया. अब भीड़ बेखौफ और जानलेवा दिखने लगी है. 5 दिनों के अंदर बिहार में भीड़ ने 5 लोगों को खौफनाक तरीके से पीट-पीटकर मार डाला है. इन आंकड़ों के हिसाब से अगर समझें तो बिहार में हर रोज भीड़ एक व्यक्ति की हत्या कर रही है.
बेगूसराय के बाद 08 सितंबर को सासाराम में भीड़ ने एक महिला की हत्या कर दी. मामूली विवाद में एक महिला को भीड़ ने पीट-पीटकर मार डाला. शक था कि महिला ने जादू-टोना किया था जिसके के शक में पीट-पीटकर हत्या कर दी. घटना शहर के आंबेडकर चौक से सटे नहर किनारे दलित बस्ती की थी.इस घटना के तीन दिन बाद ही सासाराम से दूसरी मॉब लिंचिंग की घटना सामने आ गई. पोस्ट ऑफिस में पैसा जमा करने गए एक रेलकर्मी से 24 लाख रुपये लूटने के चक्कर में डकैत भीड़ के हत्थे चढ़ गए. लोगों ने पुलिस के सामने उन्हें पकड़ कर पिटना शुरू कर दिया. पुलिस के सामने भीड़ उन्हें जानवरों की तरह पिटती रही.
इस घटना के ठीक पहले भीड़तंत्र ने सीतामढ़ी जिले से सोमवार को भी चोरी की आशंका में एक व्यक्ति को पिट पिट कर मार डाला. इस मामले में पुलिस ने एक नामजद और 150 अज्ञात लोगो के खिलाफ मामला दर्ज कराया है. इसमे शक की कोई गुंजाइश नहीं कि मॉब लिंचिंग की इन घटनाओं ने एक बार फिर से बिहार में लॉ एंड ऑर्डर पर सवाल खड़े कर दिये हैं. जिस तरह से लोगों के मन से पुलिस का खौफ निकल रहा है और लोग कानून हाथ में लेने से बाज नहीं आ रहे वो निश्चित रूप से कानून पर सवालिया निशान है.
इसको लेकर बिहार की राजनीति भी गरमा गई है. नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने नीतीश सरकार पर हमला बोलते हुए त्वित किया है कि नीतीश जी, बिहार में कल मॉब लिंचिंग की दो घटनाएँ और हुई है. सीतामढ़ी में एक युवक की भीड़ ने सरेआम पीट-पीटकर हत्या कर दी. जमुई में भी भीड़ ने एक को पीटा. केंद्र की मॉब लिंचिग समर्थक सरकार ने बिहार में ऐसी घटनाओं को प्रायोजित करने पर आपको ईनाम देने का वादा किया है क्या?दूसरी तरफ जेडीयू ने पलटवार करते हुए इस तरह की घटनाओं के लिए सीधेतौर पर आरजेडी को जिम्मेवार ठहराया है. जेडीयू प्रवक्ता सनाजय सिंह ने कहा कि आरजेडी के लोग मॉब लिंचिंग की घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं. वहीँ विडियो बना रहे हैं ताकि बिहार सरकार को बदनाम किया जा सके. गौरतलब है कि जेडीयू द्वारा बकायदा एक कार्यक्रम “ ऑपरेशन फ्लश आउट “ चलाया जा रहा है. इसका मकसद बिहार में हो रहे अपराधिक वारदात और उसका विडियो बनाकर वायरल किये जाने को लेकर आरजेडी को दोषी साबित करना है. जेडीयू के प्रवक्ता जिला जिला घूम घूमकर प्रेस कांफ्रेंस कर लोगों को बता रहे हैं कि आरजेडी के लोग महिलाओं के साथ गैंगरेप ,छेड़खानी कर रहे हैं. उसका विडियो बनाकर वायरल कर रहे हैं. मॉब लिंचिंग कर रहे हैं और उसका विडियो बनाकर वायरल कर रहे हैं.
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