आईआरसीटीसी घोटाले मामले में सीबीआई ने लालू यादव के खिलाफ जारी किया प्रोडक्शन वारंट
सिटी पोस्ट लाइव: रेलवे होटल टेंडर मामले में पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी, नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव सहित सभी 13 आरोपियो को दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट की सीबीआई विशेष अदालत जमानत दे दी है. कोर्ट ने इस मामले में राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद को भी नोटिस भेजा था. लेकिन लालू प्रसाद ने गुरुवार को झारखंड हाईकोर्ट में सरेंडर करना था, जिसके कारण वह पटियाला हाउस कोर्ट में पेश नहीं हो पाएवहीँ इस मामले में राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के खिलाफ सीबीआई ने प्रोडक्शन वारंट जारी कर दिया है.
इस मामले में लालू प्रसाद यादव को अब 6 अक्टूबर को दिल्ली स्थित पटियाला हाउस कोर्ट में पेश होना होगा. बता दें कि लालू प्रसाद फिलहाल चारा घोटाले में मामले में रांची के होटवार जेल में सजा काट रहे है. खराब स्वास्थ्य की वजह से उन्हें अभी रिम्स में भर्ती किया गया है. गौरतलब है कि 2004 से 2009 के बीच का यह मामला है, जब लालू प्रसाद रेलमंत्री थे. इस दौरान रेलवे के पुरी और रांची स्थित बीएनआर होटल को रख-रखाव और इम्प्रूवमेंट के लिए आईआरसीटीसी को ट्रांसफर किया था. इसके लिए टेंडर विनय कोचर की कंपनी मेसर्स सुजाता होटल्स को दिया गया. आरोप है कि इस टेंडर में सारे नियम-कानून को ताक पर रख दिया गया था.
इस टेंडर के एवज में लालू परिवार पर मेसर्स सुजाता होटल्स के मालिक विनय कोचर की करोड़ों की जमीन लालू यादव के परिवार के नाम कर दिए जाने का आरोप है. लालू परिवार पर आरोप है कि इस टेंडर के एवज में 25 फरवरी 2005 को कोचर ने पटना की बेली रोड स्थित 3 एकड़ जमीन सरला गुप्ता की कंपनी मेसर्स डिलाइट मार्केटिंग कंपनी लिमिटेड (डीएमसीएल) को 1.47 करोड़ रुपए में बेच दी थी. बाजार में उसकी कीमत 1.93 करोड़ रुपए थी. इसे कृषि भूमि बताकर सर्कल रेट से काफी कम पर बेचा गया, स्टाम्प ड्यूटी में गड़बड़ी की गयी.
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