आशुतोष
सिटीपोस्टलाईव : राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी से कटिहार के सांसद तारिक अनवर ने कहा कि आंध्र प्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग जिस तरह से वहां के सभी राजनीतिक दलों ने मुखरता से उठायी, उसी तर्ज पर उनकी पार्टी संसद के मानसून सत्र में बिहार के लिये इस मांग को जोरशोर से उठायेगी. इसके लिये पार्टी इस मांग का समर्थन करने वाले दलों को लामबंद कर सरकार पर दबाव बनायेगी. उन्होंने कहा कि बिहार विधानसभा चुनाव के उपरांत महागठबंधन की सरकार बनने के बाद नीतीश ने इस मांग को लेकर राज्यव्यापी हस्ताक्षर अभियान चलाकर प्रधानमंत्री के समक्ष यह मांग रखी थी लेकिन अब एनडीए का हिस्सा बनने के बाद उन्होंने इस मसाले पर चुप्पी साध ली है.
तारिक ने कहा कि बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग की पूर्ति के लिए यह माकूल समय है उन्होंने नीतीश कुमार से चुप्पी तोड़कर केन्द्र की एनडीए सरकार पर दबाव बनान की मांग करते हुए कहा कि केन्द्र और बिहार में एनडीए की सरकार है, इसलिए इस मांग को पूरा कराने का यह उचित अवसर है.
अनवर ने कहा कि राज्य के उज्ज्वल भविष्य के लिए विशेष राज्य का दर्जा देना ही एक मात्र विकल्प है. इसके लिए उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को पत्र भी लिखा है. पत्र में अनवर ने प्रधानमंत्री को बिहार विधानसभा चुनाव के दौरान राज्य को 1.65 लाख करोड़ रुपये का पैकेज देने के वादे का भी ध्यान दिलाते हुए कहा कि अब तक घोषित राशि का एक अंश भी नहीं मिला है.अनवर ने कहा कि एनसीपी बिहार के सभी जनप्रतिनिधियों, सामाजिक संगठनों और विभिन्न क्षेत्रों के लोगों को जोड़कर इस मांग की पूर्ति के लिए व्यापक जनांदोलन शुरू करेगी. उन्होंने बताया कि एनसीपी ने दलगत राजनीति से ऊपर उठकर सड़क से संसद तक यह मांग प्रभावी रूप से उठाने की पहल की है.अनवर ने इस आन्दोलन से जुड़ने का आग्रह नीतीश कुमार से भी किया .जब पत्रकारों ने कहा कि नीतीश कुमार एनडीए में असहज महसूस कर रहे ,अनवर ने कहा कि नीतीश ने महागठबंधन से अलग होकर अपने रास्ते स्वयं बंद कर लिये हैं. नीतीश पर भरोसा नहीं किया जा सकता है इसलिये वह ऐसे मजबूर मुख्यमंत्री हैं जिसके पास अब कोई विकल्प नहीं है.
Comments are closed.