सिटी पोस्ट लाइव : गुरुवार को पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी इस दुनिया को अलविदा कह कर चले गाएं. 93 साल के अटल जी लंबे समय से बीमार चल रहे थे. वाजपेयी को सांस लेने में परेशानी, यूरीन व किडनी में संक्रमण होने के कारण 11 जून को एम्स में भर्ती किया गया था. 15 अगस्त को उनकी तबीयत काफी बिगड़ गई थी, जिसके बाद उन्हें लाइफ सपोर्ट सिस्टम पर रखा गया. उनके निधन के बाद देश में शोक की लहर दौर पड़ी. भाजपा और संघ के अलावा विपक्ष के भी तमाम नेता अटल जी के निधन पर शोक व्यक्त कर रहे हैं.
भारत के पूर्व प्रधानमंत्री एवं भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी जी का निधन दुःखद। देश ने सबसे बड़े राजनीतिक शख्सियत, प्रखर वक्ता, लेखक, चिंतक, अभिभावक एवं करिश्माई व्यक्तित्व को खो दिया। उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि। #AtalBihariVajpayee https://t.co/KhJvuTVaar
— Nitish Kumar (@NitishKumar) August 16, 2018
मुख्यमंत्री ने अपने शोक संदेश में कहा कि अटल बिहारी वाजपेयी के रूप में देश ने सबसे बड़े राजनीतिक शख्सियत के साथ ही प्रखर वक्ता, कवि, लेखक, चिंतक, विचारक और करिष्माई व्यक्तित्व को खो दिया है. अटल बिहारी वाजपेयी ने उच्च राजनीतिक मूल्यों एवं आदर्शों की बदौलत सार्वजनिक जीवन में उच्चस्थ शिखर को प्राप्त किया. उन्होंने अपने व्यक्तित्व की बदौलत राजनीतिक सीमाओं के परे सभी विचारधारा की राजनीतिक दलों का आदर एवं सम्मान प्राप्त किया.
अटल जी में सभी विचारधारा के लोगों को साथ लेकर चलने की अद्भूत क्षमता थी. उन्होंने अपने जीवन में लोकतांत्रिक मूल्यों को सर्वोपरि रखा. उनके नेतृत्व में देश का चहुंमुखी विकास हुआ तथा विश्व पटल पर एक सशक्त राष्ट्र के रूप में अपनी छवि स्थपित की. उन्होंने हमेशा साम्प्रदायिक सौहार्द एवं सामाजिक सद्भाव के मूल्यों को सर्वोच्च प्राथमिकता दी. मुख्यमंत्री ने अटल जी के निधन को व्यक्तिगत क्षति बताते हुये कहा है कि उन्हें सदैव अटल जी का स्नेह एवं मार्गदर्शन होता रहा तथा उनसे सार्वजनिक जीवन में काफी कुछ सीखने को मिला. उन्होंने कहा कि अटल जी के निधन से उन्होंने अपना अभिभावक खो दिया है. मुख्यमंत्री ने दिवंगत आत्मा की चिर शांति तथा सभी को इस दुःख की घड़ी में धैर्य धारण करने की शक्ति प्रदान करने की ईश्वर से प्रार्थना की है.
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