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NMCH में जूनियर डॉक्टरों से मारपीट, फायरिंग, डॉक्टरों ने इमरजेंसी ठप किया

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सिटी पोस्ट लाइव : बिहार की राजधानी पटना के सरकारी अस्पताल एनएमसीएच में मंगलवार को परिजनों ने जमकर बवाल मचाया.डॉक्टरों के साथ मारपीट की और जो भी बीच बचाव करने आया उसे भी नहीं बख्शा .आधे घंटे तक अस्पताल में उत्पात मचाने के बाद जाते जाते हवा में फायरिंग कर दहशत फैला दिया. डॉक्टरों के अनुसार सुबग 11 बजे गर्दनीबाग से एक ब्रेन हेमरेज की मरीज आई. उसकी हालत बहुत खराब थी. कुछ घंटो में मर गई. उसके परिजनों को डेथ सर्टिफिकेट दे दिया गया और वो लाश लेकर भी चले गए. लेकिन शाम बजे बजे एक दर्जन लोग फिर से लाश लेकर अस्पताल पहुँच गए. बोला इस महिला को जिन्दा करो.जब डॉक्टर ने कहा कि वह तो सुबह में ही मर चुकी है. मरे हुए मरीज को जिन्दा कैसे किया जा सकता है. फिर क्या था शव के साथ आये लोगों ने डॉक्टर के साथ मारपीट शुरू कर दी. डॉक्टर के बचाव के लिए जो भी आया उन्हें भी गुंडों ने नहीं बख्शा.

इस मारपीट की घटना के बाद  नाराज अस्पताल के जूनियर डॉक्टर हड़ताल पर चले गए हैं. एनएमसीएच के जूनियर डॉक्टरों ने मारपीट करने वालों पर FIR दर्ज कर 24 घंटे में उनकी गिरफ्तारी की मांग की है. ऐसा नहीं होने पर अनिश्चितकालीन हड़ताल की चेतावनी दी है. एनएमसीएच के जूनियर डॉक्टरों के समर्थन में पीएमसीएच और डीएमसीएच के जूनियर डॉक्टर भी आ गए हैं. उन्होंने भी 24 घंटे के बाद हड़ताल करने की चेतावनी दी है.

सिटी पोस्ट लाइव के संवाददाता मनोज कुमार के अनुसार  मंगलवार 7 अगस्त को शाम 5 बजे अस्पताल में हंगामा शुरू हुआ जो लगभग एक घंटे ताख चला. मारपीट से गुस्साए डॉक्टर ड्यूटी छोड़ अस्पताल के बाहर आ गए.डॉक्टरों का आरोप है कि इस दौरान उनका कॉलर पकड़कर खींचा गया. इतना ही नहीं, एक परिजन ने पिस्टल निकालकर कई राउंड हवाई फायरिंग भी की .

घटना के बाद एनएमसीएच के जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन के प्रेसिडेंट डॉ. रवि ने एनएमसीएच सुपरिटेंडेंट से मिलकर उन्हें पूरी पूरी घटना से अवगत कराया. उन्होंने कहा कि डॉक्टरों पर हमला करने वालों पर FIR दर्ज कर अविलंब गिरफ्तारी की मांग की गई है. फिलहाल इमरजेंसी वार्ड में हंगामा करने वालों की पहचान सीसीटीवी फुटेज के आधार पर की जा रही है. डॉक्टरों ने इमरजेंसी वार्ड के पास स्ट्रेचर रखकर उसे जाम कर दिया है. अस्पताल के सीनियर अधिकारियों द्वारा डॉक्टरों को समझाने का प्रयास किया जा रहा है. लेकिन वे मानने को तैयार नहीं है.

डॉ रवि ने बताया है कि कल बुधवार को अपनी मांगों को लेकर इमरजेंसी के सामने धरना देंगे और जब तक डॉक्टरों की सुरक्षा की व्यवस्था नहीं होती है, तब तक हड़ताल जारी रहेगा.अचानक जूनियर डॉक्टरों के हड़ताल पर चले जाने से अस्पताल में भारती मरीज संकट में आ गए हैं. शाम 5 बजे से उन्हें देखने न तो कोई डॉक्टर आया है और ना ही कोई नर्स नजर आई है.

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