सिटी पोस्ट लाइव: बिहार की राजधानी के गंगा नदी में स्कॉर्पियो समेत गिरे डॉक्टर पुत्र की तलाश के लिए अब नेवी आ गई है. नेवी के जवान अब स्कॉर्पियों की खोज करेगें. गांधी सेतु से गंगा में गिरी स्कॉर्पियो की तलाश में रविवार की सुबह उत्तराखंड से आई एसडीआरएफ नेवी की पांच सदस्यीय टीम सर्च ऑपरेशन शुरू कर चुकी है. गौरतलब है लगभग एक सप्ताह से एनडीआरएफ की टीम स्कॉर्पियो की तलाश कर रही है. लेकिन अभीतक स्कार्पियो का कोई सुराग नहीं मिला है.पटना से लेकर एनडीआरएफ व एसडीआरएफ की टीम ने मोकामा तक विशेष सर्च ऑपरेशन चलाकर थक चुकी है.
घटना के पांचवें दिन भी सर्च ऑपरेशन में लगी टीम को जब सफलता नहीं मिल सकी तब नेवी की टीम को बुलाया गया है. गांधी सेतु के पाया संख्या-38 के पास से गिरी स्कार्पियो की तलाश में जुटे 35 जवानों ने सुबह पांच बजे से ही पटना से मोकामा के बीच गंगा में सर्च ऑपरेशन चलाया. गौरतलब है कि 31 जुलाई को महात्मा गांधी सेतु पर मंगलवार की सुबह लगभग साढ़े पांच बजे हाजीपुर की तरफ से आ रही स्कार्पियो गंगा नादे के पाया संख्या 38 कट प्वाइंट के समीप लोहे की रेलिंग को तोड़ता हुई उफनती गंगा में गिर गयी थी.एसडीओ राजेश रोशन ने बताया कि उत्तराखंड एसडीआरएफ नेवी की पांच सदस्यीय टीम पटना पहुंच कर स्थल का निरीक्षण कर चुकी है. रविवार को ये एक्सपर्ट सर्च अभियान चलाएंगे. ऐसा माना जा रहा है कि यह स्कार्पियो कंकरबाग के एक डॉक्टर के पुयता की थी. 31 जुलाई की सुबह से ही कंकड़बाग पीसी कॉलोनी निवासी डॉक्टर विपिन कुमार सिंह का 15 वर्षीय बेटा आदर्श लापता है. वह भी स्कॉर्पियो लेकर घर से निकला है. उसका बड़ा भाई आयुष व परिवार के अन्य सदस्य एनडीआरएफ द्वारा चलाए जा रहे सर्च ऑपरेशन के साथ जुड़े हैं. परिवार वालों को भरोसा है कि गंगा में गिरी स्कॉर्पियो उनकी नहीं है.उनका कहना है कि उनके बेटे का प्रेम प्रसंग में अपहरण हुआ है.उनका आरोप है कि प्रशासन न स्कार्पियो की तलाशी अभियान ठीक से चला रहा है और ना ही पुलिस उनके बेटे की प्रेमिका से पूछताछ कर उनके बेटे का पता लगा रही है.
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