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जेडीयू विधायक पुत्र की हत्या में दोस्तों का हाथ, शाजिश में पूर्व विधायक शामिल

बीमा भारती के बेटे दीपक के पास पूर्व विधायक शंकर सिंह के सहयोगी ने किया था धमकी भरा कॉल

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सिटी पोस्ट लाइव (सोमनाथ): जेडीयू के विधायक बीमा भारती के बेटे दीपक कुमार की हत्या है या आत्म-हत्या इसको लेकर जो उलझन थी, वह अब लगभग कह्तं हो चुकी है. अब पुलिस ने इसे हत्या का मानकर जांच शुरू कर चुकी है. बीमा भारती के लिखे आवेदन पर पटना रेल पुलिस ने दीपक की हत्या का एफआईआर दर्ज कर लिया है. एफआईआर नंबर 269/18 पटना जंक्शन रेल थाने में दर्ज किया गया है.  दीपक के पिता और विधायक बीमा भारती के पति अवधेश मंडल का दावा है कि उनके बेटे के मोबाइल पर कुछ दिनों पहले धमकी भरे कॉल आए थे. कॉल करने वाला शख्स गुगुल मंडल था. जो लिब्रेशन आर्मी के अध्यक्ष व पूर्व विधायक शंकर सिंह के लिए काम करता है.

गौरतलब है कि जेडीयू विधायक अवधेश मंडल और शंकर सिंह दोनों सिमांचल के जानेमाने डॉन हैं. दोनों के बीच की अदावत से बच्चा बच्चा परिचित है. शंकर सिंह लिबरेशन आर्मी का चीफ है. उसने अपने साथी चन्दन सिंह के साथ मिलकर साल 2003 में अवधेश मंडल के पिता अर्जुन मंडल और मां की हत्या कर दी थी. उस वक्त अवधेश मंडल  जेल में सजा काट रहा था. अवधेश मंडल और बीमा भारती का दावा है कि उनके बेटे के उपर चाकू से वार किया गया है.

जेडीयू विधायक बीमा भारती के विधायक बीमा भारती के जेडीयू विधायक बीमा भारती की जा रही है उनके बेटे की हत्या

बीमा भरी और उनके पति के अनुसार शंकर सिंह और चंदन सिंह ने दीपक के दोनों दोस्तों ऋतिक रौशन और मृत्युंजय का इस्तेमाल इस हत्या के लिए किया है. खाने के बहाने लॉज पर बुलवाया और फिर उसकी हत्या कर दी. बीमा भारती ने इस मामले में पूर्व विधायक शंकर सिंह, चंदन सिंह, संतोष मंडल, राजेश मंडल, गुगुल मंडल, ऋतिक रौशन और मृत्युंजय को एफआईआर में नामजद अभियुक्त बनाया है. दीपक की मौत पर उसके पिता अवधेश मंडल कई सवाल उठा रहे हैं. उनके अनुसार इस मामले में ऋतिक और मृत्युजंय के अलावा तीसरा युवक भी था जो वारदात के बाद से फरार चल रहा है. उसके फरार होने की वजह क्या है? वो क्यों सामने नहीं आ रहा है? दीपक के कपड़े पर खून के निशान नहीं थे, इसलिए मना जा रहा है कि उसकी हत्या कर एक्सीडेंट दिखाने के लिए डेड बॉडी को रेलवे ट्रैक के पास रख  दिया गया.

बीमा भारती का कहना है कि जब वह सुबह में घटना स्थल पर पहुंची थी तो रेलवे ट्रैक और वहां की गिट्टियों पर खून के निशान नहीं थे. जब उसके चेहरे पर बीमा भारती ने हाथ रखा था तब दीपक के मुंह के अंदर से खून बाहर गिरा था. अब सारे प्वाइंट जांच के विषय हैं. रेल पुलिस की प्रोपर जांच के बाद ही इस रहस्यमय मौत पर से पर्दा उठ पाएगा.

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